संकट कटे हरै सब पीड़ा... जो सुमिरे हनुमत बलवीरा, कोरोना महामारी से रक्षा के लिए रोज कर रहे सुंदरकांड का पाठ
कोरोना महामारी की दूसरी लहर तेजी से चपेट में ले रही है। देश में संक्रमितों की संख्या में वृद्धि लोगों में भय का माहौल बना रही हैं। प्रयागराज जनपद के झूंसी का एक परिवार इस संक्रमण से देश को बचाने के लिए रोज सुंदरकांड का पाठ कर रहा है।
प्रयागराज, जेएनएन। पूरी दुनिया में हाहाकार मचाने वाली कोरोना महामारी की दूसरी लहर प्रत्येक वर्ग को अपनी चपेट में ले रही है। देश में संक्रमितों की संख्या में वृद्धि लोगों में भय का माहौल बना रही हैं। ऐसे में प्रयागराज जनपद के झूंसी का एक परिवार इस संक्रमण से देश को बचाने के लिए प्रतिदिन सुंदरकांड का पाठ कर रहा है।
किसी को बख्स नहीं रहा कोरोना, भगवान का ही साथ
झूंसी इलाके के संगम विहार कालोनी में रहने वाले मंगला प्रसाद तिवारी पुत्र कैलाश नाथ तिवारी अपने घर पर रोजाना पूरे परिवार के साथ सुंदरकांड का पाठ कर रहे हैं। इस नेक कार्य में उनके परिवार का प्रत्येक व्यक्ति बड़ी श्रद्धा से सम्मिलित होता है। मंगला ने बताया कि पूरा देश इस वक्त कोरोना संक्रमण से जूझ रहा है। धन दौलत इज्जत शोहरत किसी के काम नहीं आ रहा है। इस वक्त यदि किसी के काम कुछ आ रहा है तो वो है बचाव के तरीके तथा भगवान का नाम व उनका साथ। ऐसे में पूरे देश को कोरोना संक्रमण से मुक्ति दिलाने के लिए हमारा पूरा परिवार पिछले कई महीनों से बगैर नागा निरंतर सुंदरकांड का पाठ कर रहा है। पाठ करने में उनका पांच साल का बेटा और तीन साल की वर्षीय पुत्री भी शामिल होती है। पाठ करने के लिए शाम का वक्त निर्धारित किया है, उसी वक्त मैं और मेरी पत्नी, माता पिता सहित सभी बच्चे एकसाथ पाठ करते हैं। प्रतिदिन सुंदरकांड की शुरूआत मंगला का पांच साल का पुत्र रुद्र तिवारी से शुरू होता है। इसके बाद हनुमान अष्टक बजरंग बाण का पाठ फिर आरती कर समापन करते हैं। मंगला बताते हैं कि इस कार्य के लिए उनके पिता कैलाश नाथ तिवारी ने पहल की जिसे अब हमारा पूरा परिवार निभा रहा है। मंगला प्रसाद तिवारी सामाजिक कार्यों में हमेशा बढ़ चढ़ कर हिस्सा लेते रहते हैं।