UP Council Schools के विद्यार्थी भी अच्छे खिलाड़ी बन सकेंगे, खेल स्‍पर्धाओं के लिए तैयार करने की है तैयारी

बेसिक शिक्षा अधिकारी संजय कुशवाहा ने बताया कि जिला व्यायाम शिक्षक अपने वार्षिक कैलेंडर के अनुसार खंड शिक्षाधिकारियों ब्लाक व्यायाम शिक्षक व अनुदेशकों के साथ माह में एक बार जरूर बैठक करेंगे। स्कूल में नामांकित विद्यार्थियों का पूरा विवरण एक्सेल सीट पर तैयार किया जाएगा।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Publish:Tue, 20 Apr 2021 11:51 AM (IST) Updated:Tue, 20 Apr 2021 11:51 AM (IST)
UP Council Schools के विद्यार्थी भी अच्छे खिलाड़ी बन सकेंगे, खेल स्‍पर्धाओं के लिए तैयार करने की है तैयारी
रैली नहीं, खेल स्पर्धाओं के लिए परिषदीय स्‍कूलाें के बच्चों को करने की जिम्‍मेदारी दी गई है।

प्रयागराज, जेएनएन। परिषदीय स्कूलों में बच्चों को खेल गतिविधियों से अनिवार्य रूप से जोड़ा जाएगा। प्रत्येक विद्यार्थी को उसकी रुचि के अनुसार किसी न किसी एक खेल का अभ्यास भी कराया जाएगा। शासन की तरफ से निर्देश मिला है कि जिला व्यायाम शिक्षक वार्षिक खेल कैलेंडर बनाएंगे। उसे अपनी कार्य योजना में भी शामिल करेंगे।

बेसिक शिक्षा अधिकारी ने यह कहा

बेसिक शिक्षा अधिकारी संजय कुशवाहा ने बताया कि जिला व्यायाम शिक्षक अपने वार्षिक कैलेंडर के अनुसार खंड शिक्षाधिकारियों, ब्लाक व्यायाम शिक्षक व अनुदेशकों के साथ माह में एक बार जरूर बैठक करेंगे। स्कूल में नामांकित विद्यार्थियों का पूरा विवरण एक्सेल सीट पर तैयार किया जाएगा। खेलकूद कार्यक्रम व स्पर्धाओं के लिए किस छात्र-छात्रा का चयन किया गया है, इसे भी बताना होगा। उन्हें निरंतर अभ्यास भी कराना पड़ेगा।

खेल संसाधन जुटाने के लिए स्कूलों को मिला बजट

बेसिक शिक्षाधिकारी ने बताया कि परिषदीय स्कूलों के विद्यार्थी भी अच्छे खिलाड़ी बनें, यह शासन की मंशा है। इसके लिए भारत सरकार की तरफ से प्रत्येक प्राथमिक विद्यालय को पांच हजार रुपये व उच्च प्राथमिक विद्यालय को दस हजार रुपये मिल चुका है। कुछ स्कूलों ने अपने लिए सहायक उपकरण भी खरीद लिए हैं। शेष भी खरीद लेंगे। स्कूल खुलते ही बच्चों की गतिविधियां भी शुरू करा दी जाएंगी। इसके लिए अनुदेशकों को विशेष रूप से निर्देशित किया गया है।

खेल विशेषज्ञों की निगरानी में बच्‍चों का चयन ट्रायल होगा

प्रयास होगा कि स्कूल का प्रत्येक बच्चा किसी ने किसी खेल में जरूर प्रतिभाग करे। उसके प्रदर्शन के आधार पर आगे की प्रतियोगिताओं में शामिल कराया जाएगा। टीम स्पर्धाओं में किसी एक स्कूल के बच्चे को नहीं शामिल किया जाएगा। उसमें मंडल के सभी विद्यालयों के बच्चों को अवसर दिलाने की कोशिश होगी। खिलाडिय़ों के चयन का आधार ट्रायल होगा। इसकी निगरानी अलग अलग खेलों के विशेषज्ञ करेंगे।

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