Police Encounter में मारे गये बदमाशों की कॉल डिटेल निकलवा रही एसटीएफ, किनसे संपर्क में थे, पता लगाकर कसा जाएगा शिकंजा

एसटीएफ दोनों ही मोबाइल नंबरों की कॉल डिटेल निकलवाएगी। एसटीएफ के सीओ नवेंदु सिंह का कहना है कि दोनों शार्प शूटर थे। पूर्वांचल में इनका काफी खौफ था। यहां के कितने बदमाश इनके संपर्क में थे इसका पता लगाया जा रहा है।

By Ankur TripathiEdited By: Publish:Sun, 07 Mar 2021 07:00 AM (IST) Updated:Sun, 07 Mar 2021 07:00 AM (IST)
Police Encounter में मारे गये बदमाशों की कॉल डिटेल निकलवा रही एसटीएफ, किनसे संपर्क में थे, पता लगाकर कसा जाएगा शिकंजा
बुधवार देर रात मुठभेड़ में मारे गए दो कुख्यात बदमाशों की एसटीएफ मोबाइल कॉल डिटेल निकलवा रही है।

प्रयागराज, जेएनएन। नैनी के अरैल स्थित सोमेश्वर नाथ मंदिर तिराहे के समीप कछार में बुधवार देर रात मुठभेड़ में मारे गए दो कुख्यात बदमाशों की एसटीएफ मोबाइल कॉल डिटेल निकलवा रही है। इससे ये पता चलेगा कि ये किन-किन लोगों के संपर्क में थे। इसमें कितने बदमाश शामिल हैं। इन सभी पर शिकंजा कसा जाएगा। 

वारदात करने से पहले बंद कर देते थे मोबाइल

अरैल कछार में बुधवार देर रात मुन्ना बजरंगी और मुख्तार अंसारी गैंग के शार्प शूटर वकील पांडेय उर्फ राजीव उर्फ राजू पुत्र सहसराम पांडेय निवासी बड़ी शिव मंदिर थाना गोपीगंज जनपद भदोही और अजमद उर्फ अंगद उर्फ पिंटू उर्फ डॉक्टर पुत्र हफीजउल्ला निवासी रामसहायपुर थाना भदोही जनपद भदोही को एसटीएफ ने मुठभेड़ में मार गिराया था। एसटीएफ का दावा है कि मुन्ना बजरंगी की मौत और मुख्तार अंसारी के जेल जाने के बाद दोनों पूर्व ब्लाक प्रमुख माफिया दिलीप मिश्रा के लिए काम करते थे। इन दोनों का प्रयागराज अक्सर आना-जाना होता था। शहर में एक राजनैतिक पार्टी से जुड़े नेता की हत्या की सुपारी दोनों ने ली थी और बुधवार देर रात अरैल की तरफ से शहर की ओर आ रहे थे। हालांकि, सुपारी देने वाले और किसे ठिकाने लगाने के लिए दोनों ने रुपये लिए थे, यह बात एसटीएफ ने नहीं बताई। सुरक्षा की दृष्टि से इसे गोपनीय रखा गया। दोनों के मारे जाने के बाद अब वकील पांडेय और अमजद की कॉल डिटेल को खंगालने की कवायद चल रही है। इससे यह पता चलेगा कि ये और किन-किन लोगों के संपर्क में थे। इसमें बदमाश कितने हैं। मुठभेड़ से पहले इनकी किससे बात हुई थी। इसी तरह तमाम सवाल हैं, जिसे तलाशने की कोशिश एसटीएफ कॉल डिटेल के माध्यम से करेगी। सूत्रों के अनुसार दोनों दो मोबाइल नंबरों का इस्तेमाल करते थे। एक नंबर उनके घरवाले जानते थे, जबकि दूसरे नंबर का उपयोग वे जरायम की दुनिया में करते थे। हालांकि, एसटीएफ दोनों ही मोबाइल नंबरों की कॉल डिटेल निकलवाएगी। एसटीएफ के सीओ नवेंदु सिंह का कहना है कि दोनों शार्प शूटर थे। पूर्वांचल में इनका काफी खौफ था। यहां के कितने बदमाश इनके संपर्क में थे, इसका पता लगाया जा रहा है।  

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