प्रतापगढ़ में टीबी अस्पताल परिसर में काम नहीं करेगा राजकीय निर्माण निगम

पूरे केशव राय गांव में राजकीय मेडिकल कॉलेज बन रहा है। इसमें 100 सीटों पर पढ़ाई होगी। इसका अस्पताल वाला हिस्सा 500 बेड का होगा। इसे जिला पुरुष व महिला अस्पताल को मिलाकर तैयार किया जाना है। इस पर काम शुरू हो गया है।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Publish:Mon, 26 Oct 2020 05:09 PM (IST) Updated:Mon, 26 Oct 2020 05:09 PM (IST)
प्रतापगढ़ में टीबी अस्पताल परिसर में काम नहीं करेगा राजकीय निर्माण निगम
स्वास्थ्य विभाग ने जेई के हवाले से इस बात की रिपोर्ट शासन को भेज दी है।

प्रयागराज, जेएनएन। प्रतापगढ़ जिले में बन रहे राजकीय मेडिकल कालेज के कार्य में कुछ रुकावट आती दिख रही है। नक्शे का हवाला देकर राजकीय निर्माण निगम ने टीबी अस्पताल में कोई भी निर्माण करने से हाथ खड़े कर दिए हैं।

नर्सेज हॉस्टल ध्वस्त करने से इन्कार

पूरे केशव राय गांव में राजकीय मेडिकल कॉलेज बन रहा है। इसमें 100 सीटों पर पढ़ाई होगी। इसका अस्पताल वाला हिस्सा 500 बेड का होगा। इसे जिला पुरुष व महिला अस्पताल को मिलाकर तैयार किया जाना है। इस पर काम शुरू हो गया है। पुरुष अस्पताल के पुराने भवन तेजी से गिराए जा रहे हैं। आधे से अधिक ध्वस्तीकरण हो भी गया है। मामला तब फंसा जब राजकीय क्षय रोग चिकित्सालय को भी ध्वस्त करने की बात आई। इसमें नर्सेज हास्टल भी है। उसे भी ध्वस्त किया जाना है, पर राजकीय निर्माण निगम ने ऐसा करने से मना कर दिया है।

शासन को भेजी गई रिपोर्ट

राजकीय निर्माण निगम की दलील है कि मेडिकल कांउंसिल आफ इंडिया से मिले प्रोजेक्ट में साफ है कि दो पुराने अस्पताल परिसर के ही भवन गिराए जाएंगे और वहीं पर वार्ड बनाए जाएंगे। तीसरा नहीं है। टीबी अस्पताल जिला अस्पताल के पास तो है, पर सटा नहीं है। वह अलग परिसर है। इस पर विभाग ने पक्ष रखा कि वह भी अस्पताल की जमीन है। एक ही रकबे में दर्ज है। लोकेशन भले ही अलग है, पर संपत्ति वह स्वास्थ्य विभाग की ही है, लेकिन इस पर बात बनी नहीं। स्वास्थ्य विभाग ने जेई के हवाले से इस बात की रिपोर्ट शासन को भेज दी है। वहीं से कोई निर्देश आने का इंतजार है। इस बारे में सीएमओ डॉ. एके श्रीवास्तव का कहना है कि यह तकनीकी मसला है। निर्माण विभाग से जानकारी मिली है। इसके बारे में कोई कदम शासन स्तर से ही उठाया जाएगा।

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