मुक्त विवि में प्रवेश प्रारंभ, करें आनलाइन आवेदन
उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय ने सोमवार को जुलाई 2021-22 शैक्षणिक सत्र में प्रवेश का आगाज कर दिया। कुलपति प्रोफेसर सीमा सिंह ने प्रवेश प्रक्रिया की शुरुआत करने के बाद बीए में दाखिला लेने वाली पहली छात्रा को गुलदस्ता भेंट किया। कुलपति ने कहा कि इस बार की प्रवेश प्रक्रिया काफी सरलीकृत की गई है। इससे आनलाइन प्रवेश में कोई भी परेशानी नहीं होगी।
जागरण संवाददाता, प्रयागराज : उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय ने सोमवार को जुलाई 2021-22 शैक्षणिक सत्र में प्रवेश का आगाज कर दिया। कुलपति प्रोफेसर सीमा सिंह ने प्रवेश प्रक्रिया की शुरुआत करने के बाद बीए में दाखिला लेने वाली पहली छात्रा को गुलदस्ता भेंट किया। कुलपति ने कहा कि इस बार की प्रवेश प्रक्रिया काफी सरलीकृत की गई है। इससे आनलाइन प्रवेश में कोई भी परेशानी नहीं होगी।
प्रवेश प्रक्रिया एक साथ प्रयागराज के अलावा लखनऊ, बरेली, गोरखपुर, वाराणसी, आगरा मेरठ, नोएडा, झासी, कानपुर, अयोध्या तथा आजमगढ़ क्षेत्रीय केंद्रों के अंतर्गत आने वाले 1,300 अध्ययन केंद्रों में प्रारंभ हुई। प्रवेश प्रभारी डा. ज्ञान प्रकाश यादव ने कुलपति का स्वागत करते हुए बताया कि विश्वविद्यालय में उपलब्ध 127 शैक्षिक कार्यक्रमों में आनलाइन प्रवेश प्रारंभ हो गया है। छात्रों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए इस बार सिर्फ आनलाइन प्रवेश एवं शुल्क जमा किया जाएगा। इस अवसर पर कुलसचिव डा. एके गुप्ता के अलावा डा. ओम जी गुप्ता, डा. आशुतोष गुप्ता, डा. संजय सिंह, डा. आनंदानंद त्रिपाठी आदि उपस्थित रहे। अगले महीने पीएचडी में मिलेगा दाखिला
जासं, प्रयागराज : उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय में पीएचडी प्रवेश पर विद्या परिषद की अंतिम मुहर लगने के बाद आगे की प्रक्रिया भी अगले महीने पूरी कर ली जाएगी। कोरोना की वजह से अब तक प्रवेश नहीं मिल सका था।
12 साल के लंबे इंतजार के बाद पिछले साल तत्कालीन कुलपति प्रोफेसर कामेश्वर नाथ सिंह की पहल पर पीएचडी प्रवेश को हरी झंडी मिली थी। सत्र 2020-21 के लिए 26 नवंबर से 26 दिसंबर के बीच आवेदन मांगे गए थे। 13 विषयों के सापेक्ष कुल 47 सीटों पर प्रदेश भर से 600 से अधिक लोगों ने आवेदन किया था। 246 लोगों को लेवल वन यानी लिखित परीक्षा में कामयाबी मिली। इंटरव्यू की प्रक्रिया कोरोना को चलते बाधित हो गई। कुलपति ने बताया कि विद्या परिषद की मंजूरी के बाद आगे की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी।