SRN Hospital Misdeed Case: पुलिस ने दर्ज किया आरोपित डाक्टरों का बयान, पीडि़ता पक्ष से भी मांगा साक्ष्य
SRN Hospital Misdeed Case पुलिस ने युवती के इलाज में इस्तेमाल की गई दवाओं की जानकारी भी अस्पताल प्रशासन से मांगी है। साथ ही भर्ती होने से लेकर मौत होने के दौरान की सीसीटीवी फुटेज को भी मांगा गया है। आपरेशन थिएटर के बाहर की फुटेज की जांच होगी।
प्रयागराज, जेएनएन। प्रयागराज के स्वरूपरानी नेहरू (एसआरएन) अस्पताल में इलाज के दौरान युवती से कथित सामूहिक दुष्कर्म के मामले में पुलिस ने दो आरोपित डाक्टरों का बयान दर्ज किया। साथ ही पीडि़तर के भाई से फोन पर बात करके साक्ष्य मांगा गया, जिसके आधार पर उन्होंने घटना को इंटरनेट मीडिया पर वायरल किया था। अभियुक्तों से पूछताछ के बाद पुलिस अब फोरेंसिक रिपोर्ट का इंतजार कर रही है। उसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
आपरेशन के दौरान मौजूद महिला चिकित्सकों से होगी पूछताछ
पुलिस का कहना है कि कोतवाली थाने में मुकदमा दर्ज होने के बाद सीएमओ व अस्पताल के अधीक्षक को रिपोर्ट भेजते हुए आरोपितों के बारे में जानकारी मांगी गई थी। मामला गंभीर है, इसलिए अस्पताल प्रशासन से आपरेशन करने वाली टीम में शामिल डाक्टर व मेडिकल टीम के सदस्यों के नाम वाली प्रमाणित कापी मांगी गई थी। अस्पताल प्रशासन ने टीम का नाम उपलब्ध कराया, जिसके बाद शनिवार शाम सीओ व विवेचक ने अस्पताल पहुंचकर आरोपितों का बयान दर्ज किया। बताया गया है कि अभियुक्तों ने लगाए गए आरोपों को खारिज किया है। अब आपरेशन के दौरान मौजूद रही महिला डाक्टर व मेडिकल स्टाफ से पूछताछ की जाएगी।
वेजाइनल स्वैब की स्लाइड फोरेंसिक लैब भेजी जाएगी
पुलिस का कहना है अगर फोरेंसिक रिपोर्ट में सामूहिक दुष्कर्म के प्रमाण मिलते हैं तो आरोपितों के नाम मुकदमे में शामिल किया जाएगा। पीडि़ता की मौत के बाद पोस्टमार्टम के दौरान डाक्टरों ने वेजाइनल स्वैब की स्लाइड तैयार की थी, जिसे जांच के लिए फोरेंसिक लैब भेजा गया है।
इलाज में इस्तेमाल की गई दवा की मांगी जानकारी
पुलिस ने युवती के इलाज में इस्तेमाल की गई दवाओं की जानकारी भी अस्पताल प्रशासन से मांगी है। साथ ही भर्ती होने से लेकर मौत होने के दौरान की सीसीटीवी फुटेज को भी मांगा गया है। आपरेशन थिएटर में सीसीटीवी नहीं लगा है, लेकिन उसके बाहर की फुटेज को जांच के दायरे में शामिल किया गया है।
रेजिडेंट डाक्टर एसोसिएशन को खुला पत्र
इलाहाबाद विश्वविद्यालय छात्रसंघ की पूर्व अध्यक्ष व सपा से जुड़ी ऋचा सिंह ने इलाहाबाद मेडिकल एसोसिएशन व रेजिडेंट डाक्टर एसोसिएशन के नाम खुला पत्र लिखा है। उनका कहना है कि आरोप का उत्तर न तो प्रत्यारोप होता है और न ही जांच की प्रक्रिया को दबाना। आरोप का उत्तर हमेशा पारदर्शी व कानून संगत जांच होती है। चिकित्सकों के प्रति पूरा सम्मान है, लेकिन जो निर्दोष है उसे जांच से नहीं डरना चाहिए। ऋचा ने एसएसपी को भी पत्र लिखकर विवेचना में हीलाहवाली का आरोप लगाया है।
सीओ प्रथम बोले- साक्ष्य के अनुसार आगे की कार्रवाई होगी
सीओ प्रथम सत्येंद्र तिवारी ने कहा कि प्रकरण में दो डॉक्टरों का बयान दर्ज किया गया है। पीडि़ता के भाई से भी फोन पर वार्ता करके साक्ष्य मांगा गया है। विवेचना चल रही और साक्ष्य के अनुसार आगे की कार्रवाई होगी।