परिषदीय स्कूलों में सोलर आरओ सिस्टम की मरम्मत शुरू

जिले के परिषदीय स्कूलों में सोलर और आरओ सिस्टम खराब थे। इससे शिक्षकों और छात्रों को काफी दिक्कत हो रही थी। खबर छपने के बाद अब मरम्मत का काम शुरु हुआ है।

By Edited By: Publish:Mon, 22 Apr 2019 02:54 PM (IST) Updated:Mon, 22 Apr 2019 03:33 PM (IST)
परिषदीय स्कूलों में सोलर आरओ सिस्टम की मरम्मत शुरू
परिषदीय स्कूलों में सोलर आरओ सिस्टम की मरम्मत शुरू
प्रयागराज: जिले के परिषदीय विद्यालयों में खराब पड़े सोलर आरओ सिस्टम को दुरुस्त करने का काम शुरू कर दिया गया है। संबंधित एजेंसी ने शनिवार से काम शुरू किया। काम में और तेजी आएगी।

परिषदीय विद्यालयों में लगे हैं सोलर आरओ प्‍लांट
जिले के 100 परिषदीय विद्यालयों में वर्ष 1996-97 में 200 लीटर क्षमता के सोलर आरओ प्लांट लगाए गए थे। साथ ही जलापूर्ति के लिए विद्यालयों में 1000 हजार लीटर की दो पानी की टंकियां बनवाने के अतिरिक्त हैंडपंपों में एक हॉर्स पॉवर की सोलर सबमर्सिबल, पानी की पांच टोटियां संग आरओ सिस्टम और रसोई घरों में पानी का कनेक्शन किया गया था।

रखरखाव न होने से विद्यालयों में सबमर्सिबल और पंखे खराब हो गए
समुचित रखरखाव न होने की वजह से शहरी क्षेत्र के ही बमरौली, रोशनबाग, तुलसीपुर, बक्शी कला, साउथ मलाका, अबूबकरपुर आदि विद्यालयों में सबमर्सिबल और पंखे खराब हो गए थे। इससे विद्यालयों में पानी की समस्या गहरा गई। बीते शनिवार के अंक में विद्यालयों में लगाए गए सोलर आरओ सिस्टम हो रहे फेल शीर्षक से 'दैनिक जागरण' ने खबर छापी। प्रमुखता से खबर छपने के बाद कार्य कराने वाली एजेंसी 'रिच पाइटोकेयर' सक्रिय हुई।

छात्रों व शिक्षकों को हो रही दिक्‍कत
एजेंसी के कर्मचारी शनिवार को रोशनबाग में आरओ सिस्टम दुरुस्त करने पहुंचे। अलबत्ता काम पूरा नहीं हो सका था। कहा जा रहा है कि फिर मरम्मत का काम शुरू किया जाएगा। आरओ सिस्टम खराब होने से स्कूलों में शिक्षकों और छात्रों को पीने के पानी के लिए काफी दिक्कत का सामना करना पड़ता है। गर्मी के मौसम में उन्हें पीने के पानी के लिए इधर-उधर भटकना पड़ रहा था। सोलर सिस्टम खराब होने से स्कूलों में बिजली व्यवस्था भी पटरी से उतरी हुई थी।
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