प्रयागराज के कई और सरकारी स्कूलों में जल्द होंगी स्मार्ट कक्षाएं, एक-दूसरे से आपस में ऑनलाइन जुड़ेंगे कॉलेज

स्मार्ट क्लास के लिए प्रोजेक्टर स्मार्ट बोर्ड सर्वर और मॉनीटरिंग रूम सीसीटीवी कैमरे लर्निंग और कंटेंट मैनेजमेंट सॉफ्टवेयर आदि व्यवस्थाएं मुहैया कराई जाएंगी। स्मार्ट बोर्ड टच स्क्रीन आधारित होंगे उस पर शिक्षक लिख भी सकेंगे। मॉनीटरिंग रूम प्रधानाचार्यों के कक्ष अथवा उसके आसपास बनाया जाएगा।

By Ankur TripathiEdited By: Publish:Thu, 06 May 2021 02:42 PM (IST) Updated:Thu, 06 May 2021 04:41 PM (IST)
प्रयागराज के कई और सरकारी स्कूलों में जल्द होंगी स्मार्ट कक्षाएं, एक-दूसरे से आपस में ऑनलाइन जुड़ेंगे कॉलेज
स्मार्ट क्लास में प्रोजेक्टर, स्मार्ट बोर्ड, सर्वर और मॉनीटरिंग रूम, सीसीटीवी कैमरे, लर्निंग और कंटेंट मैनेजमेंट सॉफ्टवेयर मुहैया कराई जाएंगी

प्रयागराज, जेएनएन। स्मार्ट सिटी के दूसरे चरण के तहत शहर के दर्जन भर और सरकारी स्कूलों में स्मार्ट कक्षाओं के लिए इंतजाम किए जाएंगे। चयनित स्कूलों में स्मार्ट कक्षाओं के इंतजाम के लिए एजेंसी का चयन किया जाएगा। इसके लिए स्मार्ट सिटी मिशन की ओर से ऑनलाइन टेंडर जारी कर दिया गया है। टेंडर फाइनल होने पर एजेंसी का चयन कर आगे की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।

पांच साल संचालन और मेंटिनेंस की भी सुविधा, शिक्षकों को दी जाएगी ट्रेनिंग

दूसरे चरण में स्मार्ट क्लास के लिए केपी इंटर कॉलेज, क्रास्थवेट गर्ल्स इंटर कॉलेज, महिला सेवा सदन, मेरीवाना मेकर, सीएवी इंटर कॉलेज, कर्नलगंज इंटर कॉलेज, यमुना क्रिश्चियन इंटर कॉलेज, डीपी गर्ल्स इंटर कॉलेज, चौफटका स्थित एक गर्ल्स इंटर कॉलेज आदि का चयन किया गया है। स्मार्ट क्लास के लिए प्रोजेक्टर, स्मार्ट बोर्ड, सर्वर और मॉनीटरिंग रूम, सीसीटीवी कैमरे, लर्निंग और कंटेंट मैनेजमेंट सॉफ्टवेयर आदि व्यवस्थाएं मुहैया कराई जाएंगी। स्मार्ट बोर्ड टच स्क्रीन आधारित होंगे, उस पर शिक्षक लिख भी सकेंगे। मॉनीटरिंग रूम प्रधानाचार्यों के कक्ष अथवा उसके आसपास बनाया जाएगा। सभी 12 स्कूल आपस में एक-दूसरे से ऑनलाइन जुड़े होंगे। इससे किसी विषय के अच्छे शिक्षक के लेक्चर का फायदा इन स्कूलों के छात्र-छात्राओं को मिलेगा। इसके लिए जिस एजेंसी का चयन किया जाएगा, वह पांच साल तक स्मार्ट क्लास के संचालन एवं मेंटिनेंस की भी व्यवस्था देखेगी। शिक्षकों को ट्रेनिंग भी दी जाएगी।

इंटिग्रेटेड सिस्टम पर होगा आधारित
स्कूलों में स्मार्ट क्लास इंटिग्रेटेड सिस्टम पर आधारित होंगे। शिक्षकों और छात्रों की निगरानी भी पोर्टल के जरिए हो जाएगी। स्मार्ट सिटी मिशन के असिस्टेंट मैनेजर विपिन सिंह का कहना है कि बोर्ड अगर आगे अपने सिस्टम को अपडेट भी करेगा तो स्मार्ट क्लास उसे समायोजित कर लेगा। सुरक्षा मानक बहुत अच्छे रखे जाएंगे, जिससे इस सिस्टम को कोई हैक भी नहीं कर सकेगा। पांच साल के बाद व्यवस्थाएं कॉलेज प्रबंधन को हस्तानांतरित कर दी जाएंगी।

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