Smart City Project : प्रयागराज में दिव्यांग बच्चों के लिए बनेगा खेलकूद जोन, अत्याधुनिक उपकरण भी होंगे

Smart City Project प्रयागराज में ज्योति इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल एंड रिहैबिलिटेशन सेंटर का विकास होगा। यहां दिव्यांग बच्चों के लिए स्पेशल डीएड स्पेशल बीएड की पढ़ाई होती है।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Publish:Sun, 09 Aug 2020 01:57 PM (IST) Updated:Sun, 09 Aug 2020 01:57 PM (IST)
Smart City Project : प्रयागराज में दिव्यांग बच्चों के लिए बनेगा खेलकूद जोन, अत्याधुनिक उपकरण भी होंगे
Smart City Project : प्रयागराज में दिव्यांग बच्चों के लिए बनेगा खेलकूद जोन, अत्याधुनिक उपकरण भी होंगे

प्रयागराज, जेएनएन। स्मार्ट सिटी योजना के तहत शहर के आठ सरकारी स्कूलों एवं कॉलेजों को स्मार्ट बनाने की योजना पहले से बनी है। अब दिव्यांग बच्चों को शिक्षा का बेहतर माहौल एवं वातावरण देने और उनके लिए खेलकूद (प्ले) जोन बनाने की भी योजना है। इसके लिए ज्योति इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल एंड रिहैबिलिटेशन सेंटर को विकसित करने की तैयारी है। स्मार्ट सिटी बोर्ड की बैठक में इसका प्रस्ताव रखा जाएगा। स्वीकृति मिलने पर उसके विकास की दिशा में कार्रवाई शुरू होगी।

शहर के ये स्‍कूल बनेंगे स्‍मार्ट

जीजीआइसी सिविल लाइंस, जीजीआइसी कटरा, जीआइसी साउथ मलाका, भारत स्काउट एंड गाइड इंटर कॉलेज, प्राइमरी और अपर प्राइमरी स्कूल राजापुर, लूकरगंज, दारागंज और साउथ मलाका को स्मार्ट बनाया जाएगा। कक्षाओं में स्मार्ट स्क्रीन लगाई जाएगी। विद्यार्थियों को इंटरनेट की भी सुविधा मिलेगी।

ज्योति इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल एंड रिहैबिलिटेशन सेंटर विकसित होगा

वहीं, अब बालसन चौराहा के समीप जवाहर लाल नेहरू रोड स्थित ज्योति इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल एंड रिहैबिलिटेशन सेंटर के विकास की भी योजना है। सेंटर में बेहतर माहौल के लिए सिविल कार्य कराए जाएंगे। साथ ही बच्चों के खेलकूद के लिए शोल्डर बिल्डर, घूमने वाली ह्वील चेयर, बालपूल, म्यूजिकल पोल, ड्रम ट्रैक, सैंड प्ले टेबल, टू सीटर स्प्रिंग सी-शॉ, घुमावदार सुरंग जैसे कई अत्याधुनिक उपकरण लगवाए जाएंगे। इस सेंटर में दिव्यांग बच्चों के लिए स्पेशल डीएड, स्पेशल बीएड आदि की पढ़ाई होती है।

बोले, आइटी अफसर मणिशंकर त्रिपाठी

इस संबंध में आइटी अफसर मणिशंकर त्रिपाठी का कहना है कि दिव्यांग बच्चों को अच्छा वातावरण देने की कवायद की जा रही है। साथ ही उनके खेलकूद के लिए सेंटर को विकसित किया जाना है।

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