कौशल विकास से आधुनिक युवा का निर्माण संभव, वेबिनार में बोलीं VBSPU की कुलपति प्रो. निर्मला एस. मौर्य

नई शिक्षानीति पर गौर करें तो यह वर्तमान की आवश्यकता का अनुशीलन अतीत का विश्लेषण और भविष्य की संभावना तलाशने की ओर ले जाती है। यह विचार वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. निर्मला एस. मौर्य ने रविवार को व्यक्त किए।

By Ankur TripathiEdited By: Publish:Mon, 14 Jun 2021 06:50 PM (IST) Updated:Mon, 14 Jun 2021 06:50 PM (IST)
कौशल विकास से आधुनिक युवा का निर्माण संभव, वेबिनार में बोलीं VBSPU की कुलपति प्रो. निर्मला एस. मौर्य
इलाहाबाद विश्वविद्यालय की एनएसएस इकाई की ओर से आयोजित किया गया वेबिनार

प्रयागराज, जेएनएन। शिक्षा हमें संस्कार देती है। मनुष्य बनाती है। समाज में रहने का सलीका सिखाती है। नई शिक्षानीति पर गौर करें तो यह वर्तमान की आवश्यकता का अनुशीलन, अतीत का विश्लेषण और भविष्य की संभावना तलाशने की ओर ले जाती है। यह विचार वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. निर्मला एस. मौर्य ने रविवार को व्यक्त किए। वह इलाहाबाद विश्वविद्यालय की एनएसएस इकाई की ओर से आयोजित वेबिनार में बोल रही थीं।

जरूरी है कि हमारी बुनियादी शिक्षा मातृभाषा में हो

उन्होंने कहा कि कौशल विकास जरूरी है। इसी से आधुनिक युवा का निर्माण संभव है। इसके लिए जरूरी है कि हमारी बुनियादी शिक्षा मातृभाषा में हो। हम सब को नवाचार और आत्मविश्वास प्रदान करने वाली शिक्षा प्रणाली का विकास करना होगा। विश्वविद्यालयों को केवल कोर्स चलाने का केंद्र नहीं होना चाहिए बल्कि व्यावहारिक रूप में रोजगारपरक शिक्षा देने वाला होना चाहिए। सिदो कान्हू मुर्मू विश्वविद्यालय, दुमका, झारखंड की कुलपति प्रो. सोना झरिया मिंज ने कहा कि हमें संविधान की उद्देशिका को ध्यान में रखकर आगे बढऩा चाहिए और भारत की विविधता को ध्यान में रखकर काम करना चाहिए। इस मौके पर डॉ. राजेश कुमार गर्ग, प्रो. शशिकांत शुक्ल, डॉ. हरिबंस सिंह ने भी विचार व्यक्त किए। वेबिनार में कुल 25 राज्यों से 1235 प्रतिभागियों ने सहभागिता की।

chat bot
आपका साथी