Indian Statistical Service Exam: प्रयागराज के शुभम त्रिपाठी चयनित, आठ सरकारी नौकरी में मिल चुकी है सफलता

मूल रूप से प्रयागराज के ओम गायत्री नगर निवासी शुभम कहते हैं कि सफलता के लिए स्मार्ट तरीके से कड़ी मेहनत करनी चाहिए। कभी निराशा घेरे तो खुद को समय दें और थोड़ा सा ब्रेक ले लें। परिवार के लोगों को भी चाहिए कि अपनी उम्मीदों का बोझ न डालें।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Publish:Sat, 31 Jul 2021 02:20 PM (IST) Updated:Sat, 31 Jul 2021 06:28 PM (IST)
Indian Statistical Service Exam: प्रयागराज के शुभम त्रिपाठी चयनित, आठ सरकारी नौकरी में मिल चुकी है सफलता
यूपीएससी की आइएसएसई में चयनित होने वाले शुभम त्रिपाठी की सफलता का आधार कठिन परिश्रम है।

प्रयागराज, जागरण संवाददाता। असफलता और बेरोजगारी से निराश लोगों के लिए शुभम त्रिपाठी प्रेरणा स्रोत हैं। उन्होंने अपनी मेहनत और स्वाध्याय के बल पर अब तक आठ सरकारी नौकरियां हासिल की हैं। वर्तमान में वह दिल्ली सचिवालय में सांख्यकीय अधिकारी के तौर पर कार्यरत हैं। संघ लोक सेवा आयोग 2020 की भारतीय सांख्यकीय सेवा में भी सफल हुए हैं। अब उनकी तैनाती मंत्रालय में असिस्टेंट डायरेक्टर के पद पर होगी।

प्रयागराज के ओम गायत्री नगर निवासी हैं शुभम

मूल रूप से प्रयागराज के ओम गायत्री नगर निवासी शुभम कहते हैं कि सफलता के लिए स्मार्ट तरीके से कड़ी मेहनत करनी चाहिए। यदि कभी निराशा घेरे तो खुद को समय दें और थोड़ा सा ब्रेक ले लें। परिवार के लोगों को भी चाहिए कि अपनी उम्मीदों का बोझ न डालें। सफल होने के लिए लक्ष्य को तय रखें। बहुउद्देशीय होने पर सफलता फिसल जाती है। खास कर सांख्यकीय की पढ़ाई करने वालों के लिए तो रोजगार के बहुत से अवसर हैं। सरकारी के साथ ही निजी क्षेत्र में भी संभावनाएं हैं।

शुभम की सफलता का राज

शुभम बताते हैं कि 2016 में इलाहाबाद विश्वविद्यालय से एमएससी करने के बाद कुछ दिन लखनऊ में तैयारी की। 2018 में एनसीईआरटी में परामर्शदाता के रूप में कार्य किया। इसके बाद डीएसएसएसबी की परीक्षा पास कर दिल्ली में सांख्यकीय अधिकारी के पद पर कार्यरत हैं। पूर्व में उत्तराखंड में जिला अर्थ एवं सांख्यकीय अधिकारी भी बने। इसके अतिरिक्त तीन बार राजस्थान लोकसेवा आयोग की परीक्षा और एक बार तेलंगाना पीसीएस की परीक्षा में भी सफलता हासिल की। खास बात यह कि इन परीक्षाओं में सफल होने के लिए कभी कोचिंग नहीं की। नियमित रूप से पुस्तकालय जाना और स्वाध्याय सफलता का आधार बना।

chat bot
आपका साथी