कांग्रेस के वरिष्ठ नेता प्रमोद तिवारी अपने समर्थक से बोले- पुलिस की ऐसी की तैसी, वीडियो वायरल
कांग्रेस से पूर्व राज्यसभा सदस्य प्रमोद तिवारी पर पुलिस पर अमर्यादित टिप्पणी का वीडियो वायरल है। वरिष्ठ कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी का एक ऐसा वीडियो इंटरनेट मीडिया पर वायरल हुआ है जिसमें वह पुलिस के लिए अमर्यादित टिप्पणी करते सुनाई दे रहे हैं।
प्रयागराज, जेएनएन। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता प्रमोद तिवारी और विवाद का नाता लगातार बढ़ता ही जा रहा है। प्रतापगढ़ में बीते महीने भारतीय जनता पार्टी के सांसद संगम लाल गुप्ता के साथ एक कार्यक्रम में झड़प के मामले में नामजद प्रमोद तिवारी अब पुलिस की ऐसी की तैसी जैसे बयान दे रहे हैं। इनके बयान का वीडियो इंटरनेट मीडिया पर काफी वायरल हो रहा है।
वाराणसी में शनिवार कांग्रेस की प्रतिज्ञा यात्रा के रवाना होने के कार्यक्रम के दौरान मौजूद रहे कांग्रेस से पूर्व राज्यसभा सदस्य प्रमोद तिवारी का पुलिस पर अमर्यादित टिप्पणी का वीडियो वायरल है। वरिष्ठ कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी का एक ऐसा वीडियो इंटरनेट मीडिया पर वायरल हुआ है जिसमें वह पुलिस के लिए अमर्यादित टिप्पणी करते सुनाई दे रहे हैं। वीडियो किस जगह का है, यह साफ नहीं हो सका है लेकिन इसमें अपने किसी समर्थक के साथ वार्ता में पूर्व राज्यसभा सदस्य के मुंह से निकल रहा है कि -पुलिस-वुलिस की ऐसी की तैसी, जो खिलाफ हैं, वो जब उनसे परसों बात करेंगे तो आप खुद ही कहोगे कि कुछ हो गया है। इस बात को वह दो बार बोल रहे हैं।
प्रमोद तिवारी का कहना है कि वह प्रतापगढ़ के सांगीपुर के देउम गांव स्थित वर्मा परिवार में शोक व्यक्त करने गए थे। वहां स्वजन रोने लगे। मृतक के बेटे ने बताया कि मामले में पुलिस कोई कार्रवाई नहीं कर रही। इस पर मैंने कहा छोड़िए ऐसी की तैसी। हम बात करके कुछ कराते हैं। यह मैंने पुलिस को नहीं कहा। उस बात के लिए कहा। यह कोई गाली नहीं है।
इससे पहले बीती 25 सितंबर को प्रतापगढ़ के संग्रामगढ़ ब्लाक पर आयोजित गरीब कल्याण मेले में हुई मारपीट के बाद प्रमोद तिवारी तथा उनकी बेटी व रामपुर खास से विधायक आराधना मिश्र मोना के खिलाफ पुलिस ने कई केस दर्ज किए थे। इस मामले को लेकर प्रमोद तिवारी इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ खंडपीठ में भी गए थे, लेकिन एफआइआर खारिज नहीं की गई। पुलिस ने कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी, उनकी विधायक पुत्री आराधना मिश्रा मोना और समर्थकों के खिलाफ पांच एफआइआर दर्ज हुई हैं। एक एफआइआर घटना वाले दिन भी दर्ज हुई थी। इसके अलावा 27 नामजद और 50 अज्ञात के खिलाफ भी पुलिस ने केस दर्ज किया है। यहां पर करीब घंटेभर चले बवाल का असर दो दिन तक रहा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घटना का संज्ञाल लिया। इसके बाद लालगंज सीओ जगमोहन को निलंबित कर दिया गया।