Pratapgarh Medical College और अस्पतालों में सुरक्षा भूतपूर्व सैनिकों के हवाले
दोनों अस्पतालों और मेडिकल कालेज परिसर में तीन दर्जन जवान तैनात किए गए हैं। इनमें से आधे से अधिक जवान सशस्त्र भी हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि अस्पतालों में अक्सर किसी न किसी वजह से हंगामा होता रहा है।
प्रतापगढ़, जागरण संवाददाता। राजकीय मेडिकल कालेज की सुरक्षा की कमान भूतपूर्व सैनिकों को सौंप दी गई है। दोनों अस्पतालों और मेडिकल कालेज परिसर में तीन दर्जन जवान तैनात किए गए हैं। इनमें से आधे से अधिक जवान सशस्त्र भी हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि अस्पतालों में अक्सर किसी न किसी वजह से हंगामा होता रहा है।
मेडिकल कालेज प्रशासन ने सुरक्षा व्यवस्था मुकम्मल कर दी
मौजूदा समय में पुरुष अस्पताल में भारी भीड़ है। वहां आए दिन हंगामा होता रहता है। मरीज की मौत हो जाने पर अक्सर चिकित्सकों और कर्मियों के साथ बदसलूकी की कई घटनाएं हो चुकी हैं। तोडफ़ोड़ अक्सर हो जाती है। इसके अलावा भीड़ होने पर जेबकतरे और उचक्के भी सक्रिय हो जाते हैं। वाहनों की पार्किंग को लेकर लोग आपस में झगड़ते हैं। निजी वाहन इमरजेंसी के पोर्टिको तक चले जाते हैं। वैसे परिसर में पुलिस चौकी है, पर वहां के कर्मी गेट के बाहर अधिक सक्रिय रहते हैं, अंदर बुलाने पर ही आते हैं। कुछ दिन पहले बवाल पर एसपी ने एक गारद पीएसी तैनात की थी, जो बाद में हट गई। इन समस्याओं को देख मेडिकल कालेज प्रशासन ने सुरक्षा व्यवस्था मुकम्मल कर दी है।
25 सुरक्षाकर्मी पूरे केशव राय मेडिकल कालेज में
तीन दर्जन भूतपूर्व सैनिकों को बतौर सुरक्षा गार्ड वहां यहां तैनात किया गया है। काली वर्दी में वह तैनात हो गए हैं। प्रताप बहादुर पुरुष अस्पताल में छह जवान लगाए गए हैं। इनमें से एक को इमरजेंसी, दूसरे को ओपीडी, तीसरे को दवा काउंटर, चौथे को पर्चा काउंटर व वार्ड में चक्कर लगाने के लिए कहा गया है। दो सुरक्षाकर्मी महिला अस्पताल में भी लगाए गए हैं। यहां भी अक्सर सुरक्षा की कमी से हंगामा होता रहता है। इसके अलावा 25 सुरक्षाकर्मी पूरे केशव राय मेडिकल कालेज में लगाए गए हैं। प्रिंसिपल डा. आर्य देश दीपक का कहना है कि मेडिकल कालेज में स्टाफ और मरीजों की भीड़ बढ़ रही है। ऐसे में सुरक्षा की व्यवस्था जरूरी हो गई थी। इसके बाद सीसीटीवी कैमरों को भी दुरुस्त कराया जाएगा।