Ganga Expressway में जमीन का मुआवजा दिलाने के लिए वसूली करने वाला लेखपाल निलंबित, वीडियो हुआ था वायरल
एसडीएम सोरांव अनिल चतुर्वेदी ने मामले की जांच नायब तहसीलदार को सौंपी। नायब तहसीलदार ने जांच करके बताया कि वह वीडियो सही है। लेखपाल ने किसान से अवैध वसूली की है। उन्होंने राजस्व विभाग की छवि धूमिल की है।
प्रयागराज,जेएनएन। मेरठ से प्रयागराज तक बनने वाले गंगा एक्सप्रेस-वे के लिए अभी किसानों से जमीन लेकर मुआवजा दिया जा रहा है। इस बीच मुआवजे का आंकलन करने वाले लेखपाल ने ग्रामीणों से अवैध वसूली शुरू कर दी है। अवैध वसूली का वीडियो वायरल हुआ तो दैनिक जागरण में इसे प्रमुखता से प्रकाशित किया गया। इसके बाद एसडीएम सोरांव अनिल चतुर्वेदी ने लेखपाल रविकांत त्रिपाठी को निलंबित कर दिया है।
जमीन का रिकार्ड बनाने के नाम पर लेखपाल ने की वसूली
गंगा एक्सप्रेस-वे प्रयागराज के 20 गांवों से होकर गुजरेगा। इन गांवों की जमीन किसानों से खरीदने के लिए लेखपालों को पैमाइश करके उसकी रिपोर्ट बनाने की जिम्मेदारी दी गई है। इसी में लेखपाल खेल करने लगे हैं। वह जमीन का सही रिकार्ड बनाने के लिए किसानों से वसूली कर रहे हैं। जो रुपये नहीं दे रहा है, उसके रिकार्ड में कुछ न कुछ कमी निकाल दे रहे हैं। ऐसा ही तरती और हंसराजपुर गांव के लेखपाल रविकांत त्रिपाठी ने किया। उनकी वसूली से ग्रामीण परेशान थे। इसलिए तरती गांव के सतीश ने पैसे देते हुए उनका वीडियो बनाकर इंटरनेट मीडिया पर वायरल कर दिया। वसूली का वीडियो वायरल हुआ तो प्रशासन हरकत में आया। एसडीएम सोरांव अनिल चतुर्वेदी ने मामले की जांच नायब तहसीलदार को सौंपी। नायब तहसीलदार ने जांच करके बताया कि वह वीडियो सही है। लेखपाल ने किसान से अवैध वसूली की है। उन्होंने राजस्व विभाग की छवि धूमिल की है। उनकी रिपोर्ट के बाद एसडीएम ने लेखपाल को निलंबित कर दिया है। साथ ही विभागीय कार्यवाही के लिए तहसीलदार को जांच अधिकारी बनाया है। कहा कि सप्ताह में रिपोर्ट सौंपे। इस दौरान निलंबित लेखपाल रजिस्ट्रार कानूनगो कार्यालय में अपनी उपस्थिति दर्ज कराएगा।
ग्रामीणों ने लगाए गंभीर आरोप
ग्रामीणों ने बताया कि मुआवजा वितरण में लेखपाल खेल कर रहे हैं। जिनकी जमीन प्राइम लोकेशन पर नहीं है, उससे रुपये लेकर उन्हें अधिक मुआवजा दिलवा रहे हैं। वह रिकार्ड में हेराफेरी कर रहे हैं। बताया कि राजस्व का मामला इतना पेचीदा होता है कि ग्रामीणों के समझ में नहीं आता है और उनसे वसूली की जा रही है। वहीं एसडीएम ने कहा कि मुआवजा के लिए किसी को भी रुपये न देने की अपील की है। अगर कोई मांगे तो उसकी तत्काल शिकायत करें।