छात्रों को वैक्सीन देकर ही खोलें जाएं स्कूल-कॉलेज, यूपी प्रधानाचार्य परिषद ने शासन को पत्र लिखकर दिया सुझाव

छात्रों को कोरोना वायरस के संक्रमण की वैक्‍सीन देने के बाद पठन पाठन की प्रक्रिया शुरू हो। उधर अधिकांश अभिभावकों का भी कहना है कि संक्रमण के मामले जब पूरी तरह से खत्म हो जाएं तभी बच्चों को स्कूल भेजना ठीक होगा।

By Rajneesh MishraEdited By: Publish:Thu, 24 Jun 2021 06:10 AM (IST) Updated:Thu, 24 Jun 2021 06:10 AM (IST)
छात्रों को वैक्सीन देकर ही खोलें जाएं स्कूल-कॉलेज, यूपी प्रधानाचार्य परिषद ने शासन को पत्र लिखकर दिया सुझाव
छात्रों व उनके स्‍वजनों को स्कूलों में ही मुफ्त टीका दिया जाए।

प्रयागराज,जेएनएन। स्कूल कॉलेज को जुलाई से खोलने की आशंका जताई जा रही है। अभिभावक व अध्यापक भी बच्चों की पढ़ाई को लेकर चिंतित हैं। उत्तर प्रदेश प्रधानाचार्य परिषद ने शासन को पत्र लिखकर सुझाव दिया है कि छात्रों व उनके स्‍वजनों को स्कूलों में ही मुफ्त टीका दिया जाए।

संक्रमण पूरी तरह से खत्‍म हो जाए तो ही खुले स्‍कूल-कॉलेज

छात्रों को कोरोना वायरस के संक्रमण की वैक्‍सीन देने के बाद पठन पाठन की प्रक्रिया शुरू हो। उधर, अधिकांश अभिभावकों का भी कहना है कि संक्रमण के मामले जब पूरी तरह से खत्म हो जाएं तभी बच्चों को स्कूल भेजना ठीक होगा।

मुख्‍यमंत्री, शिक्षा मंत्री और शिक्षा विभाग के अफसरों को लिखा पत्र

प्रधानाचार्य परिषद के प्रांतीय अध्यक्ष ब्रजेश शर्मा ने मुख्यमंत्री, शिक्षा मंत्री सहित शिक्षा निदेशक व माध्यमिक शिक्षा परिषद सचिव को पत्र भोजा है। इसमें कोरोना से बचाव के सुझाव दिए गए हैं।

स्‍कूलों में बुलाकर बच्‍चों को लगाया जाए टीका

कहा गया है कि टीकाकरण के लक्ष्य को प्राप्त करने व बच्चों को सुरक्षा देने के लिए स्कूलों में ही बच्चों व उनके परिवार के सभी सदस्यों को बुलाकर टीका लगवाया जाए। उसके बाद पठन पाठन शुरू हो। इसी क्रम में जो विद्यार्थी नया प्रवेश लें उनका व परिवार के लोगों का भी टीकाकरण किया जाए। प्रधानाचार्य परिषद के प्रवक्ता सुनील मिश्र ने कहा कि स्कूल कालेज खोलने के लिए संबंधित क्षेत्र में जब कोरोना के मामले शून्य हों तो ही विद्यालय खुलने चाहिए।

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