Sawan 2021: सावन मास में अपनी राशि के अनुरूप करें अभिषेक तो शिव की बरसेगी कृपा
Sawan 2021 सावन महीना शिव को समर्पित है। इस माह में भक्त भालेनाथ का दर्शन पूजन और अर्चन करते हैं। ज्योतिषियों का कहना है कि अगर व्यक्ति अपनी राशि के अनुसार शिव पूजन करे तो उसका प्रतिफल उसे अधिक मिलता है। आप भी जानिए इसका महत्व।
प्रयागराज, जेएनएन। सावन का माह शुरू हो चुका है। आज पहला सोमवार भी है। यूं तो सावन के महीने में सच्चे मन से भगवान शिव का पूजन-अर्चन करने का लाभ है। वहीं अगर राशि के अनुसार पूजन की विधि अपनाई जाए तो इसका प्रतिफल बढ़ जाता है। आचार्य विद्याकांत पांडेय बताते हैं कि भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए सावन में अभिषेक किया जाता है। अगर राशि के अनुरूप शिवजी का अभिषेक किया जाए तो उसका महत्व काफी बढ़ जाता है। इससे जातक पर शिव की अपार अनुकंपा होती है।
आप अपनी राशि के अनुसार ऐसे करें पूजन-अर्चन
मेष : शिवलिंग पर गंगाजल चढ़ाएं। बेलपत्र पर सफेद चंदन से श्रीराम लिखकर अर्पित करें।
वृष : शिवलिंग पर सबसे पहले शिवलिंग पर दही से अभिषेक करें, फिर जल चढ़ाएं। इसके बाद शक्कर से अभिषेक करके जल चढ़ाएं, तत्पश्चात दूध से अभिषेक करें और जल चढ़ाएं। फिर सफेद चंदन से तिलक करें।
मिथुन : शिवलिंग का शहद से अभिषेक करें। इससे आर्थिक समस्याएं दूर होगी।
कर्क : शिवलिंग का दूध, दही, गंगाजल व मिश्री से अभिषेक करें। इससे सुख-समृद्धि और संपन्नता आएगी।
सिंह : शिवलिंग का शुद्ध देशी घी से अभिषेक करें। इससे आॢथक समस्याएं शीघ्र दूर हो जाएंगी।
कन्या : शिवलिंग का दूध, घी और शहद से अभिषेक करना कल्याणकारी रहेगा।
तुला : शिवलिंग का अभिषेक दही और गन्ने के रस से करें। यह कल्याणकारी रहेगा।
वृश्चिक : शिवलिंग पर गंगाजल और दूध में शक्कर मिलाकर अभिषेक करें। इसके बाद शिवलिंग का लाल चंदन से तिलक करें।
धनु : कच्चा दूध, केसर, गुड़, हल्दी मिलाकर शिवलिंग का अभिषेक करना चाहिए, उसके बाद पीले फूल चढ़ाएं।
मकर : देशी घी, शहद, दही और बादाम के तेल से शिवलिंग का पूजन करना चाहिए। इसके बाद नारियल का जल चढ़ाकर नीले रंग का फूल अॢपत करें।
कुंभ : देशी घी, शहद, दही और बादाम के तेल से शिवलिंग का अभिषेक करें। फिर नारियल का जल चढ़ाकर नीले रंग का फूल अॢपत करें। अंत में सरसों के तेल और रोली से तिलक करें।
मीन : गाय के कच्चे दूध, केसर व गंगाजल से शिवलिंग का अभिषेक करें। फिर हल्दी व केसर से तिलक करें।
सोमेश्वर महादेव मंदिर पर चला स्वच्छता अभियान
सरस्वती सामाजिक सेवा संस्थान अरैल के तत्वावधान में सावन मास के शुरू होने पर श्री सोमेश्वर महादेव मंदिर पर स्वच्छता अभियान चलाया गया। महाकाल भोलेनाथ से कोरोना की मुक्ति के लिए प्रार्थना की गई। इस मौके पर संतोष तिवारी, कुंवर जी तिवारी, मनीष पांडेय, निखिलेश पांडेय, धीरज यादव, सहदेव चौरसिया, संदीप ङ्क्षसह आदि उपस्थित रहे।
13 अगस्त को नागपंचमी
नागपंचमी (गुडिय़ा) का पर्व 13 अगस्त को होगा। आचार्य देवेंद्र प्रसाद त्रिपाठी बताते हैं कि हस्त नक्षत्र, साध्य योग, बालव करण के साथ कन्या राशि में चंद्रमा संचरण करेंगे। इससे पर्व का महत्व बढ़ गया है। गुडिय़ा से सनातन धर्मावलंबियों के पर्व आरंभ हो जाएंगे।