गंगा में शव उतराने की अफवाह ने बढ़ाई परेशानी
कोविड संक्रमित मरीजों की मौत के बाद गंगा में लाश बहाए जाने की अफवाह ने पुलिस की परेशानी बढ़ा दी है। कुछ लोग गाजीपुर और बिहार की घटना को प्रयागराज से जोड़कर इंटरनेट पर तरह-तरह के संदेश वायरल कर रहे हैं। इसे देखते हुए जल पुलिस और थाने की पुलिस ने निगरानी बढ़ा दी है। साथ ही अफवाह फैलाने वालों के विरुद्ध भी कार्रवाई किए जाने की बात कही गई है।
जागरण संवाददाता, प्रयागराज : कोविड संक्रमित मरीजों की मौत के बाद गंगा में लाश बहाए जाने की अफवाह ने पुलिस की परेशानी बढ़ा दी है। कुछ लोग गाजीपुर और बिहार की घटना को प्रयागराज से जोड़कर इंटरनेट पर तरह-तरह के संदेश वायरल कर रहे हैं। इसे देखते हुए जल पुलिस और थाने की पुलिस ने निगरानी बढ़ा दी है। साथ ही अफवाह फैलाने वालों के विरुद्ध भी कार्रवाई किए जाने की बात कही गई है।
पुलिस का कहना है कि गाजीपुर जिले के गहमर थाना क्षेत्र स्थित बारा पुलिस चौकी हैं, जो गंगा के पास है। उसके बाद बिहार के बक्सर जिले में गंगा में पिछले कुछ दिनों के दौरान कई लाशें मिली थीं। गाजीपुर के बारा चौकी को कुछ लोगों ने प्रयागराज का बारा थाना क्षेत्र समझ लिया। इसके बाद इंटरनेट मीडिया पर प्रयागराज को जोड़कर अफवाह फैलाई जानी लगी। इससे लोगों में उहापोह की स्थिति उत्पन्न हो गई। इसकी जानकारी होने पर आइजी रेंज केपी सिंह ने ट्वीट करके अफवाह का खंडन करते हुए बताया कि प्रयागराज जिले में ऐसा कोई मामला सामने नहीं आया है। पूरा प्रकरण दूसरे जनपद का है। अफवाह के बीच प्रभारी जल पुलिस कड़ेदीन यादव व जिन थाना क्षेत्र से गंगा गुजरती है, वहां की पुलिस ने निगरानी बढ़ा दी है। खासकर गंगा से लगने वाले मुख्य मार्ग पर नजर रखी जा रही है। ताकि कोई शव न फेंकने पाए। बहरहाल, आइजी ने लोगों से अफवाहों पर ध्यान न देने, अफवाह न फैलाने की अपील करते हुए ऐसा करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।