RSS Amrit Mahotsav: स्वतंत्रता आंदोलन में काशी और प्रयाग को एक सिक्के के दो पहलू बताया
RSS Amrit Mahotsav बीएचयू के प्रो. ज्ञान प्रकाश मिश्र ने कहा कि जब स्वामी रामानंद प्रयाग से काशी पहुंचे तो संत समाज ने उन्हें महान गुरु माना। वह दिग्भ्रमित हिंदू समाज को बदलने में लग गए। उन्होंने मानवता व विश्व बंधुत्व का संदेश दिया।
प्रयागराज, जागरण संवाददाता। स्वाधीनता एक हजार वर्ष के संघर्ष के बाद मिली है। देश स्वराज से सुराज की ओर प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में बढ़ रहा है। प्रयाग और काशी ने एक साथ मुगलों व अन्य आक्रांताओं से लड़ाई लड़ी। कह सकते हैं काशी और प्रयाग आंदोलन में एक सिक्के के दो पहलू रहे। यह विचार बीएचयू के प्रो. ज्ञान प्रकाश मिश्र ने व्यक्त किए।
क्रांतिकारियो को किया नमन
प्रो. ज्ञान प्रकाश मिश्र आरएसएस की अमृत महोत्सव आयोजन समिति की ओर से चौक में आयोजित कार्यक्रम में बोल रहे थे। कहा कि जब स्वामी रामानंद प्रयाग से काशी पहुंचे तो संत समाज ने उन्हें महान गुरु माना। वह दिग्भ्रमित हिंदू समाज को बदलने में लग गए। उन्होंने मानवता व विश्व बंधुत्व का संदेश दिया। इस अवसर पर अमर शहीद चंद्रशेखर आजाद, राम प्रसाद बिस्मिल, वीर सावरकर, राजेद्र लाहिड़ी सहित तमाम क्रांतिकारियों को नमन किया गया। आयोजन में अरविंद, शिव कुमार पाल, अनिल कुमार गुप्ता, बादल केसरवानी, रमेश केसरवानी आदि मौजूद रहे।
भारत माता के जयघोष के बीच निकली तिरंगा यात्रा
प्रभु दत्त ब्रह्मचारी नगर में तिरंगा यात्रा निकालने के साथ भारत माता का पूजन हुआ। इसमें बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए। इससे पहले तिरंगा यात्रा को कई मोहल्लों का भ्रमण कराया गया। लोगों ने खासा उत्साह दिखाया। माताओं और बहनों ने भी घरों से निकलकर मां भारती का जय घोष किया। करीब 50 स्थानों पर पुष्प वर्षा कर इस यात्रा का स्वागत हुआ। रामलीला मैदान चीनी मिल से शुरू हुई इस यात्रा में युवा वर्ग के लोगों ने भी रुचि ली।
इलाहाबाद विकास मंच की वर्षगांठ
इलाहाबाद विकास मंच की 25वीं वर्षगांठ हिम्मतगंज स्थित धर्मशाला में मनाई गई। एमएलसी अरङ्क्षवद शर्मा ने कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए कोरोना टीकाकरण को लेकर बल दिया। कहा कि जिन लोगों ने अभी तक टीका नहीं लगवाया है, वे जल्द से जल्द लगवाएं। साथ ही लोगों को सरकारी योजनाओं का लाभ लेने के लिए कहा। विशिष्ठ अतिथि एमएलसी सुरेंद्र चौधरी व हाईकोर्ट बार के पूर्व अध्यक्ष राकेश पांडेय ने भी अपने विचार रखे। अध्यक्षता जिला बार के पूर्व अध्यक्ष विनोद चंद्र दुबे व संचालन मंच के अध्यक्ष बद्री चौरसिया ने किया। इस दौरान डा. राजेश ङ्क्षसह, प्रेम चंद्र चौरसिया, नाथूराम बौद्ध, पूनम यादव, कीर्ति, मनोज गुप्ता, राशिद आदि रहे।