जुमा पर रोजेदारों ने घरों में पढ़ी नमाज

कोरोना के कारण इस साल भी रमजान के जुमा की नमाज रोजेदारों ने घरों में पढ़ी। शुक्रवार को चौक जामा मस्जिद शिया जामा मस्जिद सहित हर मस्जिद में चुनिंदा लोगों को प्रवेश दिया गया। मास्क लगाकर गेट पर सैनिटाजेशन करने के बाद मस्जिद के अंदर कुछ लोगों ने शारीरिक दूरी मानक का पालन करते हुए नमाज पढ़ी। अधिकतर रोजेदारों ने घर पर नमाज पढ़कर कोरोना संक्रमण के जल्द खत्म होने की दुआ मांगी।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 16 Apr 2021 07:09 PM (IST) Updated:Fri, 16 Apr 2021 07:09 PM (IST)
जुमा पर रोजेदारों ने घरों में पढ़ी नमाज
जुमा पर रोजेदारों ने घरों में पढ़ी नमाज

जागरण संवाददाता, प्रयागराज : कोरोना के कारण इस साल भी रमजान के जुमा की नमाज रोजेदारों ने घरों में पढ़ी। शुक्रवार को चौक जामा मस्जिद, शिया जामा मस्जिद सहित हर मस्जिद में चुनिंदा लोगों को प्रवेश दिया गया। मास्क लगाकर गेट पर सैनिटाजेशन करने के बाद मस्जिद के अंदर कुछ लोगों ने शारीरिक दूरी मानक का पालन करते हुए नमाज पढ़ी। अधिकतर रोजेदारों ने घर पर नमाज पढ़कर कोरोना संक्रमण के जल्द खत्म होने की दुआ मांगी।

रमजान महीने में जुमा की नमाज का विशेष महत्व है। यही कारण है कि शुक्रवार के दिन होने वाली इस नमाज में रोजेदारों की भारी भीड़ जुटती है। लेकिन, अबकी कोरोना संक्रमण के मद्देनजर कोविड-19 को कड़ाई से लागू करके भीड़ एकत्र करने पर पाबंदी लगाई गई है। धर्म स्थलों पर पांच से अधिक लोगों के जुटने की मनाही है। शहरकाजी सहित अनेक मौलानाओं ने कोविड नियम का ईमानदारी से पालन करने की हिदायत दी है। उम्मुल बनीन सोसायटी के महासचिव सै. मो. अस्करी के मुताबिक शिया जामा मस्जिद चक जीरो रोड में इमाम-ए-जुमा हसन रजा जैदी ने नमाज पढ़ाकर कोरोना के खत्म होने की दुआ की। करैली की मस्जिद खदीजा में मौलान रजी हैदर ने मात्र पांच लोगों की उपस्थिति में नमाज पढ़ाई। मस्जिद खदीजा के मुतावल्ली हसन आमिर ने मस्जिद में पांच लोगों के प्रवेश के बाद गेट बंद करवा दिया। वहीं, चौक स्थित जामा मस्जिद, दायरा शाह अजमल, बख्शी बाजार, बैदन टोला, दायरे की छोटी मस्जिद, बरनतला, सब्जी मंडी, दरियाबाद, रसूलपूर, अटाला, अकबरपूर, रानीमंडी, बहादुरगंज, हटिया, नैनी चिकवन टोला, सिविल लाइंस, नवाब युसूफ रोड, धोबीघाट सहित शहर और ग्रामीण इलाकों दादूपूर, बिसौना, असरावल आदि की मस्जिदों में कोरोना गाइडलाइंस का पालन किया गया। एक-दूसरे को देते रहे हिदायत

जुमा की नमाज पढ़ने के बाद रोजेदारों ने कॉल करके व वाट्सएप संदेश भेजकर एक-दूसरे को बधाई दी। जुमा की बधाई देने के साथ कोरोना संक्रमण से बचने की हिदायत भी दिया, जिससे सब सुरक्षित रहें।

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