Road Accident : प्रयागराज में तैनात रेलकर्मी की प्रतापगढ़ में मौत, पेड़ से बाइक के टकराने से हुआ हादसा

Road Accident प्रतापगढ़ के हथिगवां थाना क्षेत्र के परसीपुर पूरे बख्शी गांव निवासी महेश कुमार पटेल रेलवे में ग्रुप डी की नौकरी करता था। वह इन दिनों प्रयागराज में तैनात था। पांच दिन पूर्व वह छुट्टी लेकर अपने घर पूरे बख्शी आया हुआ था। हादसे में उसकी मौत हो गई।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Publish:Tue, 20 Oct 2020 10:55 AM (IST) Updated:Tue, 20 Oct 2020 12:28 PM (IST)
Road Accident : प्रयागराज में तैनात रेलकर्मी की प्रतापगढ़ में मौत, पेड़ से बाइक के टकराने से हुआ हादसा
प्रतापगढ़ में सड़क हादसे में रेलवे कर्मचारी की मौत हो गई।

प्रयागराज, जेएनएन। यूपी के प्रतापगढ़ जनपद में सड़क हादसे में रेलकर्मी की मौत हो गई। वह प्रयागराज में तैनात था। इन दिनों अवकाश पर अपने प्रतापगढ़ के हथिगवां थाना इलाके में स्थित अपने घर आया था। बाइक से सोमवार की रात हादसे का शिकार हो गया। बाइक पेड़ से टकराई तो वह गंभीर रूप से जख्‍मी हो गया। अस्‍पताल ले जाने पर चिकित्‍सकों ने मृत घोषित कर दिया।

हथिगवां थाना क्षेत्र के परसीपुर पूरे बख्शी गांव निवासी महेश कुमार पटेल के 25 वर्षीय पुत्र वीरेंद्र पटेल रेलवे में ग्रुप डी की नौकरी करता था। वह इन दिनों प्रयागराज में तैनात था। पांच दिन पूर्व वह छुट्टी लेकर अपने घर पूरे बख्शी आया हुआ था। सोमवार की शाम वह किसी काम से बाइक लेकर हथिगवां बाजार गया हुआ था। रात में वह बाइक से घर लौट रहा था।

घर के निकट हुआ हादसा

घर से करीब 500 मीटर पहले गांव के किनारे स्थित महुआ के पेड़ से वीरेंद्र की बाइक अचानक अनियंत्रित हो गई और पेड़ से भिड़ गई। इससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया। जानकारी होने पर स्वजन व ग्रामीण मौके पर पहुंचे और उसे उपचार के लिए सीएचसी कुंडा ले गए। वहां पर चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। मौत की खबर सुनते ही स्वजनों में रोना पीटना मच गया। पुलिस भी हादसे की सूचना पर पहुंची।

वीरेंद्र की पत्‍नी सुमित्रा की आंखों से आंसू नहीं रुक रहे

वीरेंद्र की शादी तीन वर्ष पूर्व हुई थी। पति की मौत की खबर सुनकर पत्नी सुमित्रा की आंखों से आंसू नहीं रुक रहे हैं। यही हाल परिवार के अन्‍य सदस्‍यों का भी है। वीरेंद्र का एक वर्षीय बेटा पिता की मौत से अनजान लोगों का चेहरा देखता है। उन्‍हें रोता देख रह-रहकर वह भी रोने लगता है। वहीं आसपास के लोग गमजदा परिवार को सांत्‍वना देते हैं।

chat bot
आपका साथी