COVID-19 के नाश के लिए प्रयागराज के श्रृंगवेरपुर में अनुष्‍ठान, संगम तट पर यज्ञकुंड में डाली गई आहुति

रावण संहिता के विशेषज्ञ आचार्य शांडिल्य जितेंद्र त्रिपाठी ने विधि-विधान से समस्त प्रक्रिया पूर्ण किया। संहिता में वर्णित गुप्त मंत्रों से आहुतियां डालकर अनुष्ठान को शास्त्रोक्त विधि से पूर्ण किया गया। इसमें आचार्य कृष्ण चंद्र पांडेय विकाश तिवारी हिमांशु त्रिपाठी वेद प्रकाश रमापति विद्वानों ने भाग लिया।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Publish:Fri, 07 May 2021 10:59 AM (IST) Updated:Fri, 07 May 2021 10:59 AM (IST)
COVID-19 के नाश के लिए प्रयागराज के श्रृंगवेरपुर में अनुष्‍ठान, संगम तट पर यज्ञकुंड में डाली गई आहुति
प्रयागराज के संगम तट पर कोरोना वायरस की समाप्ति के लिए यज्ञ में आहुति देते लोग।

प्रयागराज, जेएनएन। तीर्थराज प्रयाग के पावन संगम के तट पर जहां देश के कोने-कोने से श्रद्धालु आकर मनोवांक्षित फल प्राप्ति के लिए अनुष्ठान कराते हैं। उसी संगम तट पर कोरोना वायरस संक्रमण का नाश करने के लिए यज्ञकुंड में आहुतियां डाली गईं। शांडिल्य जितेंद्र त्रिपाठी ने विश्वव्यापी कोरोना महामारी का खात्मा करने के लिए श्रीरावण संहिता में महामारी से मुक्ति के लिए बताए गए अतिविशिष्ट त्रिवाष्टक पूजन किया। श्रृंगवेरपुर आश्रम में सात दिवसीय अनुष्ठान किया। अनुष्ठान पूर्ण होने पर संगम तट पर पूर्णाहुति करके कोरोना के जल्द खत्म होने की कामना की गई।

विधि-विधान से यज्ञकुंड में डाली गई आहुति

रावण संहिता के विशेषज्ञ आचार्य शांडिल्य जितेंद्र त्रिपाठी ने विधि-विधान से समस्त प्रक्रिया पूर्ण किया। संहिता में वर्णित गुप्त मंत्रों से आहुतियां डालकर अनुष्ठान को शास्त्रोक्त विधि से पूर्ण किया गया। इसमें आचार्य कृष्ण चंद्र पांडेय, विकाश तिवारी, हिमांशु त्रिपाठी, वेद प्रकाश, रमापति विद्वानों ने भाग लिया।

स्‍वामी ओमानंद सरस्‍वती ने कहा- जल्द खत्म होगी आपदा

अनुष्ठानिक के मार्गदर्शक योग वेदांत कुटीर के अध्यक्ष स्वामी ओमानंद सरस्वती ने कहा कि संगम तट पर किया गया अनुष्ठान कभी व्यर्थ नहीं होता। मंशा के अनुरूप उसका सार्थक असर शीघ्र दिखता है। ऐसे ही कोरोना संक्रमण को खत्म करने के लिए जो अनुष्ठान हुआ है उसका असर जल्द नजर आएगा। भारत के लोग कोरोना संक्रमण की भयावह प्रकोप से जल्द मुक्त होकर सुखी जीवन व्यतीत करेंगे।

महामारी पर लगेगा विराम : फूलचंद्र

अनुष्ठानिक के संयोजन भारतीय सांस्कृतिक परिषद के अध्यक्ष व मेला प्राधिकरण सलाहकार समिति के सदस्य फूलचंद्र दुबे ने कहा कि इस दिव्य अनुष्ठान से कोरोना महामारी पर निश्चित ही विराम लगेगा। भारत में सुख-शांति की स्थापित होगी।

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