UP board Exam नकल विहीन बोर्ड परीक्षा कराने को दी जिम्मेदारी, बोर्ड परीक्षा का संशोधित कार्यक्रम जारी
परीक्षा को नकलविहीन बनाने की कवायद चल रही है। जिनको जिन जिलों के निरीक्षण की जिम्मेदारी दी गई है उसकी सूची भी जारी हो गई है।अपर शिक्षा निदेशक (राजकीय) शिक्षा निदेशालय अंजना गोयल को प्रयागराज के प्रथम निरीक्षण व पर्यवेक्षण की जिम्मेदारी दी गई है।
प्रयागराज, जेएनएन। यूपी बोर्ड परीक्षा का संशोधित कार्यक्रम जारी हो गया है। विभाग ने तैयारियां भी तेज कर दी हैं। खास कर परीक्षा को नकलविहीन बनाने की कवायद चल रही है। जिनको जिन जिलों के निरीक्षण की जिम्मेदारी दी गई है उसकी सूची भी जारी हो गई है।अपर शिक्षा निदेशक (राजकीय) शिक्षा निदेशालय अंजना गोयल को प्रयागराज के प्रथम निरीक्षण व पर्यवेक्षण की जिम्मेदारी दी गई है। फतेहपुर और प्रतापगढ़ का दायित्व सचिव माध्यमिक शिक्षा परिषद दिव्यकांत शुक्ल को दिया गया है। इसी तरह अन्य जिलों की भी जिम्मेदारी अलग अलग अफसरों को दी गई है। सभी को निरीक्षण के बाद एक निर्धारित प्रारूप पर अपनी रिपोर्ट देनी होगी। हालांकि अभी प्रयागराज में पंचायत चुनाव के चलते केंद्रों पर ड्यूटी देने वाले शिक्षकों और कर्मचारियों का विवरण नहीं तैयार हो पाया है। जिला विद्यालय निरीक्षक आरएन विश्वकर्मा ने बताया कि केंद्र व्यवस्थापकों को केंद्रों पर संसाधनों की व्यवस्था दुरुस्त करने के लिए निर्देशित किया है। ड्यूटी करने वाले शिक्षकों व कर्मचारियों का विवरण परिषद की वेबसाइट पर अपलोड करना होगा जिससे उनका परिचयपत्र बनाया जा सके।
पंचायत चुनाव के बाद राज्य विवि की परीक्षाएं
प्रोफेसर राजेंद्र सिंह (रज्जू भइया) राज्य विवि की वार्षिक परीक्षाएं अब पंचायत चुनाव के बाद ही ऑफलाइन मोड में ही कराई जाएंगी। इसके लिए केंद्रों के निर्धारण की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। 10 मई के पहले केंद्रों का निर्धारण कर लिया जाएगा। कुलपति डॉक्टर अखिलेश कुमार सिंह ने बताया कि मंडल के चारों जिलों (प्रयागराज, कौशांबी, फतेहपुर, प्रतापगढ़) के सभी 632 कॉलेजों की परीक्षाओं को लेकर तैयारी शुरू कर दी गई है। इसके लिए कॉलेजों से कुछ महत्वपूर्ण ब्यौरा मांगा गया है। जिससे केंद्र निर्धारण में कोई दिक्कत भी नहीं हो सके। कुलपति ने बताया कि कोरोना के चलते इस बार केंद्रों की संख्या अपेक्षाकृत अधिक रहेगी। परीक्षार्थियों को थर्मल स्कैनिंग के बाद मास्क के साथ केंद्रों पर प्रवेश दिया जाएगा। परीक्षार्थियों को दो गज की दूरी के बीच सीट आवंटित होंगे। नकलविहीन परीक्षा के लिए सख्ती बरती जाएगी।