विश्वसनीयता के लिए परिवार को मिले इलाज की रिकार्डिंग, प्रयागराज के रेकी सेंटर में ब्लैक फंगस पर विमर्श

रेकी ग्रैंड मास्टर सतीश राय ने बताया कि ब्लैक फंगस की बीमारी से लोग परेशान हैं। कुछ लोगों में यह भ्रम है कि डॉक्टर एक ही पाइप से बराबर आक्सीजन देते रहते हैं। इससे पाइप में पानी जमा होने लगता है। आगे आक्सीजन के साथ थोड़ा पानी जाने लगता है।

By Ankur TripathiEdited By: Publish:Mon, 14 Jun 2021 07:10 AM (IST) Updated:Mon, 14 Jun 2021 07:10 AM (IST)
विश्वसनीयता के लिए परिवार को मिले इलाज की रिकार्डिंग, प्रयागराज के रेकी सेंटर में ब्लैक फंगस पर विमर्श
मरीज के 24 घंटे इलाज की रिकार्डिंग डिस्चार्ज होते समय परिजनों को देने की व्यवस्था लागू की जाय।

प्रयागराज, जेएनएन। एसकेआर योग एवं रेकी शोध प्रशिक्षण और प्राकृतिक संस्थान के रेकी सेंटर में रविवार को ब्लैक फंगस पर चर्चा हुई। रेकी ग्रैंड मास्टर सतीश राय ने बताया कि ब्लैक फंगस की बीमारी से लोग परेशान हैं। कुछ लोगों में यह भ्रम है कि डॉक्टर एक ही पाइप से बराबर आक्सीजन देते रहते हैं। इससे पाइप में पानी जमा होने लगता है। आगे चलकर आक्सीजन के साथ थोड़ा पानी भी जाने लगता है। यही फंगस का कारण बनता है। कहा कि डाक्टर भगवान का दूसरा रूप है, उनके कर्तव्य पर प्रश्न उठाना अनुचित है। लेकिन, लोगों का भ्रम दूर करने के लिए सभी अस्पतालों में कैमरा होना चाहिए। मरीज के 24 घंटे इलाज की रिकार्डिंग डिस्चार्ज होते समय परिजनों को देने की व्यवस्था लागू की जाय। ऐसा करने से डॉक्टर व अस्पतालों की कार्यप्रणाली पर सवाल उठना बंद हो जाएगा। साथ ही मरीज व उनके परिजन भी संतुष्ट होंगे। उन्होंने प्राकृतिक चिकित्सा के महत्व पर प्रकाश डाला। कहा कि हजारों वर्ष पुरानी इस चिकित्सा पद्धति पर कोई शोध की व्यवस्था नहीं है। इसी कारण यह चिकित्सा क्षेत्र में बहुत पिछड़ गई है।

बाल मजदूरी रोकने पर जोर

आर्य समाज मंदिर चौक में रविवार को मंत्रोच्चार के बीच यज्ञ हुआ। आर्य समाज के लोगों ने यज्ञकुंड में आहुतियां डालकर जनकल्याण की कामना की। इसके बाद सत्संग का आयोजन हुआ। सत्संग में प्रधान रवींद्र जायसवाल ने बच्चों की आत्मनिर्भरता पर प्रकाश डाला। बोले, देश में नौनिहालों से बाल मजदूरी करवाकर देश को संस्कार विहीन बनाने का कुचक्र रचा जा रहा है। जिन नौनिहालों पर भारत को उच्च कोटि का बनाने का भार है, उन्हीं से मजदूरी का घृणित कार्य करवाया जा रहा है। बाल मजदूरी रोकने के लिए कानून तो बने हैं, लेकिन उसका पालन नहीं हो रहा है। कहा कि बाल मजदूरी रोकने के लिए सामूहिक प्रयास करने की जरूरत है। आर्य समाज इसमें अग्रणी भूमिका निभाएगा। संचालन संजय सिंह ने किया। विनय शुक्ल, मदन शर्मा, आदित्य अग्रवाल, राधेश्याम आर्य, रामकुमार जायसवाल, अजित आर्य, अंगद शुक्ल आदि मौजूद रहे।

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