टूटा रावण का अहंकार, श्रीराम ने किया विनाश

अधर्म पर धर्म की विजय के प्रतीक पर्व विजयादशमी पर रामलीला कमेटियों ने रावण वध लीला मंचित की। ध्वनि और प्रकाश के माध्यम श्री पथरचट्टी रामलीला कमेटी की कथा रामराज की में श्रीराम व रावण के युद्ध की रोमांचक लीला मंचित हुई। श्रीराम संयत भाषा में रावण के पापपूर्ण आचरण के लिए उसे धिक्कारते हैं। विभीषण की सलाह पर श्रीराम रावण की नाभि में तीर मारकर उसका अंत कर देते हैं। रावण की मृत्यु होते ही श्रीराम के जयकारे लगने लगते हैं।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 17 Oct 2021 02:19 AM (IST) Updated:Sun, 17 Oct 2021 02:19 AM (IST)
टूटा रावण का अहंकार, श्रीराम ने किया विनाश
टूटा रावण का अहंकार, श्रीराम ने किया विनाश

जागरण संवाददाता, प्रयागराज : अधर्म पर धर्म की विजय के प्रतीक पर्व विजयादशमी पर रामलीला कमेटियों ने रावण वध लीला मंचित की। ध्वनि और प्रकाश के माध्यम श्री पथरचट्टी रामलीला कमेटी की 'कथा रामराज की' में श्रीराम व रावण के युद्ध की रोमांचक लीला मंचित हुई। श्रीराम संयत भाषा में रावण के पापपूर्ण आचरण के लिए उसे धिक्कारते हैं। विभीषण की सलाह पर श्रीराम रावण की नाभि में तीर मारकर उसका अंत कर देते हैं। रावण की मृत्यु होते ही श्रीराम के जयकारे लगने लगते हैं। मंडलायुक्त संजय गोयल, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सर्वश्रेष्ठ त्रिपाठी ने लीला की सराहना की। इसी प्रकार श्रीकटरा रामलीला कमेटी की 'संपूर्ण रामायण की रामकथा' में रावण का वध होने के बाद दर्शक खुशियां मानते हैं। श्रीकटरा रामलीला कमेटी व श्रीदारागंज रामलीला कमेटी ने संयुक्त रूप से अलोपीबाग स्थित लीला ग्राउंड में रावण वध की लीला की। दोनों कमेटियों के भगवान अलग-अलग युद्ध की लीला करते हैं। फिर दारागंज के भगवान रावण के 21 फिट ऊंचे कोरोना रूपी पुतले का तीर मारकर दहन करते हैं। कटरा के भगवान इसमें शामिल नहीं होते। फिर दोनों कमेटी के भगवान ब्रह्म हत्या का प्रायश्चित करने के लिए मां अलोपशंकरी का दर्शन करने जाते हैं। इस दौरान सुधीर गुप्त, गोपालबाबू जायसवाल, कुल्लू यादव, तीर्थराज पांडेय आदि मौजूद रहे। वहीं, बाघम्बरी क्षेत्र श्री रामलीला कमेटी अल्लापुर ने 20 फिट के रावण के पुतले का दहन कराया। श्रीमहंत बाबा हाथीराम पजावा रामलीला कमेटी ने लीला ग्राउंड पर रावण वध की लीला कराई। इसके बाद 30 फिट के रावण के पुतले का दहन कराया। श्रीराम-भरत के मिलन पर छलके नैन --फोटो-- - श्रीपथरचट्टी व पजावा रामलीला कमेटी ने कराई भरत मिलाप की लीला जागरण संवाददाता, प्रयागराज : विजयादशमी के बाद शनिवार को श्रीपथरचट्टी रामलीला कमेटी व श्रीमहंत बाबा हाथीराम पजावा रामलीला कमेटी ने भरत मिलाप की लीला कराई। प्रभु श्रीराम व भरत गले लगकर विलाप किए तो दर्शकों की आंखें नम हो गईं। श्रीपथरचट्टी रामलीला कमेटी का भरत मिलाप रामबाग स्थित लीला परिसर पर हुआ। भजन गायक किशोर चतुर्वेदी ने सुरीले भजनों ने माहौल भक्तिमय कर दिया। इसके बाद भरत और शत्रुघ्न की सवारी राम की अगवानी के लिए आती है, प्रतीक्षा होती है राम और लक्ष्मण की। भगवान श्रीराम अनुज लक्ष्मण के साथ आते हैं। कमेटी के अध्यक्ष मुकेश पाठक और महामंत्री विजय सिंह चारों भाइयों का अभिवंदन करते हैं। फिर भावुक क्षणों में चारों भाई गले मिलते हैं। संचालन कमेटी के प्रवक्ता लल्लूलाल गुप्त 'सौरभ' ने किया। मंच की व्यवस्था धर्मेंद्र कुमार ने संभाली। वहीं, श्रीमहंत बाबा हाथीराम पजावा रामलीला कमेटी की लीला में प्रभु श्रीराम, लक्ष्मण, माता सीता, भरत व शत्रुघ्न का आगमन हुआ। इसके बाद पश्चिम बंगाल के पूर्व राज्यपाल केशरीनाथ त्रिपाठी ने चारों भाइयों व माता सीता की आरती उतारी। इसके बाद चारों भाइयों के मिलाप की लीला हुई। इस दौरान मोहन जी टंडन (टंडन भैया), अमिताभ टंडन, राजेश मल्होत्रा, सचिन कुमार गुप्त, अशोक मालवीय, गिरी शंकर प्रभाकर मौजूद रहे। --- श्रीराम का हुआ राज्याभिषेक प्रयागराज : श्रीबाघम्बरी क्षेत्र रामलीला कमेटी अल्लापुर में श्रीराम के राजगद्दी समारोह की लीला हुई। लंका विजय प्राप्त करके प्रभु श्रीराम के अयोध्या आने पर उन्हें राजगद्दी पर आसीन करके राजपाठ सौंपा जाता है। संजीव बाजपेयी, रामाश्रय दुबे, फूलचंद्र दुबे, रामनरेश तिवारी पिडीवासा मौजूद रहे। --------------- श्रीपथरचट्टी की स्मारिका का हुआ विमोचन प्रयागराज : श्रीपथरचट्टी रामलीला कमेटी के 41वें व 42वें अंक की संयुक्त स्मारिका का विमोचन हुआ। न्यायमूर्ति (सेवानिवृत) सुधीर नारायण ने कहा कि श्रीराम के सदाचरण और उनके मर्यादापूर्ण जीवन से प्रेरणा ग्रहण कर उन्हीं की भांति जीवन जीने, संस्कारों को संरक्षित रखने की सलाह दी। विशिष्ट अतिथि एडीआरएम (एनसीआर ) अजीत कुमार सिंह और रेलवे बोर्ड के डायरेक्टर अंशू पांडेय ने कहा कि रामलीलाओं को प्रभु राम के आदर्श चरित को जानने और उससे प्रेरणा ग्रहण करने का सशक्त माध्यम बताया। टीकरमाफी आश्रम के पीठाधीश्वर स्वामी हरिचैतन्य ने स्मारिका प्रकाशन को पथरचट्टी का एक सराहनीय सृजनात्मक कार्य बताया। कमेटी के कार्यकारी अध्यक्ष मुकेश पाठक व महामंत्री विजय सिंह, सुधीर शर्मा, अचित्य करवरिया, गौरव करवरिया ने स्वागत किया।

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