WUS App के जरिए Railway Employees कोरोना से लड़ेंगे, प्रयागराज मंडल में 30 हजार कर्मियों ने एप किया डाउनलोड

नेशनल फेडरेशन ऑफ इंडियन रेलवे (एनएफआइआर) ने केंद्र सरकार से अनुमति लेकर डब्ल्यूयूएस (वर्कर्स यूनियन सपोर्ट) नामक मोबाइल एप लांच किया है। इसका मकसद रेलकर्मियों को कोरोना से बचाव और टीकाकरण के प्रति जागरूक करना है। प्रयागराज मंडल के 30 हजार कर्मचारियों ने इस एप को डाउनलोड किया है।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Publish:Fri, 14 May 2021 11:43 AM (IST) Updated:Fri, 14 May 2021 11:43 AM (IST)
WUS App के जरिए Railway Employees कोरोना से लड़ेंगे, प्रयागराज मंडल में 30 हजार कर्मियों ने एप किया डाउनलोड
कोरोना वायरस संक्रमण से लड़ाई में रेलकर्मी तकनीक का इस्‍तेमाल करेंगे। एप के जरिए उन्‍हें तमाम जानकारी भी मिलेगी।

प्रयागराज, [अतुल यादव]। कोरोना वायरस संक्रमण से लड़ाई में रेलकर्मी तकनीक की भी मदद लेंगे। श्रमिक संगठन की तरफ से लांच किया गया मोबाइल एप इसमें उनका सहारा बनेगा। वह रेलवे अस्पतालों में टीकाकरण के लिए स्लॉट बुक करा सकेंगे। साथ ही अपनी समस्या से अवगत करा उसका समाधान भी पाएंगे। 

एनएफआइआर ने 'वर्कर्स यूनियन सपोर्ट' मोबाइल एप लांच किया है

नेशनल फेडरेशन ऑफ इंडियन रेलवे (एनएफआइआर) ने केंद्र सरकार से अनुमति लेकर डब्ल्यूएस (वर्कर्स यूनियन सपोर्ट) नामक मोबाइल एप लांच किया है। इसका मकसद रेलकर्मियों को कोरोना से बचाव और टीकाकरण के प्रति जागरूक करना है। रेल कर्मी इस एप से अपने और परिवार वालों के लिए टीकाकरण केंद्र तलाश कर स्लॉट भी बुक करा सकेंगे। एप में देश के सभी जोनल व मंडलीय अस्पतालों का विवरण है। प्रतिदिन डाटा बेस तैयार कर रेलवे बोर्ड को भेजा जाएगा। एप में टीकाकरण केंद्र पर आयु वर्ग के अनुसार वैक्सीन की उपलब्धता की भी जानकारी मिलेगी।

यूआरएमयू के केंद्रीय अध्यक्ष एसएन मलिक ने कहा

एनएफआइआर प्रवक्ता और उत्तरीय रेलवे मजदूर यूनियन (यूआरएमयू) के केंद्रीय अध्यक्ष एसएन मलिक के अनुसार अब तक देश में चार लाख और प्रयागराज मंडल में 30 हजार रेलकर्मी एप डाउनलोड कर चुके हैैं। एनएफआइआर के संयुक्त महामंत्री व एनसीआरईएस के महामंत्री आरपी सिंह बताते हैैं कि एनएफआइआर के जनरल सेक्रेट्री एम. राघवैया ने नौ मई को यह एप लांच किया था।

एप के जरिए अन्य समस्याओं के निस्तारण में भी मिलेगी मदद

डब्ल्यूयूएस एप के जरिए रेलकर्मियों की अन्य समस्याओं के निस्तारण में भी मदद मिलेगी। दरअसल यह सीधे मुख्यालय पहुंचेगी। इसके जरिए रेलकर्मी वैक्सीनेशन संबंधी समस्या आसानी से बता सकेंगे। इसका समाधान प्राथमिकता से किया जाएगा। रेलवे बोर्ड से समय समय पर जारी होने वाले निर्देशें की जानकारीा भी मिलती रहेगी।

chat bot
आपका साथी