Pushkar Murder Case: प्रयागराज में हुई हत्‍या के आरोपितों पर लगेगा गैंगस्टर, बंदूक का निरस्त होगा लाइसेंस

Pushkar Murder Case पुलिस की जांच में पता चला है कि पुष्कर नाथ द्विवेदी और उसके चचेरे भाई राजेंद्र प्रसाद द्विवेदी के बीच लंबे समय से गुरुआहिया पहाड़ के बंटवारे को लेकर विवाद चल रहा था। इसे लेकर कई बार दोनाें पक्षों के बीच पंचायत भी हो चुकी थी।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Publish:Tue, 03 Aug 2021 11:38 AM (IST) Updated:Tue, 03 Aug 2021 12:19 PM (IST)
Pushkar Murder Case: प्रयागराज में हुई हत्‍या के आरोपितों पर लगेगा गैंगस्टर, बंदूक का निरस्त होगा लाइसेंस
किसान पुष्‍कर के हत्‍यारोपित अभी पुलिस पकड़ से दूर हैं। पुलिस उन्‍हें पकड़ने को प्रयासरत है।

प्रयागराज, जागरण संवाददाता। प्रयागराज जिले में लालापुर थाना क्षेत्र के डेराबारी गांव में 48 वर्षीय किसान पुष्कर नाथ द्विवेदी की हत्या के मामले में भले ही आरोपितों की अभी गिरफ्तारी नहीं हुई हो, लेकिन पुलिस ने इन पर सख्त कार्रवाई की तैयारी कर ली है। आरोपितों की गिरफ्तारी के बाद सभी आरोपितों पर गैंगस्टर के तहत कार्रवाई की जाएगी। जिस लाइसेंसी बंदूक से पुष्कर नाथ द्विवेदी की हत्या की गई है, उसका लाइसेंस भी निरस्त कराया जाएगा।

कई बार हो चुकी थी पंचायत

पुलिस की जांच में पता चला है कि पुष्कर नाथ द्विवेदी और उसके चचेरे भाई राजेंद्र प्रसाद द्विवेदी के बीच लंबे समय से गुरुआहिया पहाड़ के बंटवारे को लेकर विवाद चल रहा था। इसे लेकर कई बार दोनाें पक्षों के बीच पंचायत भी हो चुकी थी। पुष्कर नाथ जिस पहाड़ के हिस्से को खुद का बताते थे, राजेंद्र प्रसाद भी उसी पर अपना दावा करता था। पंचायत में भी कई बार दोनों पक्ष भिड़ चुके थे। यही वजह थी कि दोनों पक्षों के कुछ रिश्तेदारों ने इस विवाद से खुद को अलग कर लिया था।

आरोपितों की तलाश में एसओजी यमुनापार भी

डेराबारी गांव में रहने वाले पुष्कर नाथ द्विवेदी खेती-किसानी करने के साथ ही पहाड़ पर क्रशर का भी काम करते थे। पहाड़ पर हिस्सेदारी को लेकर चचेरे भाई राजेंद्र प्रसाद द्विवेदी के घरवालों से शनिवार रात झगड़ा हुआ और इसी दौरान पुष्कर नाथ की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। मामले में राजेंद्र प्रसाद द्विवेदी, उसके पुत्र गोपीनाथ, गुड्डू द्विवेदी, अंशुल, साजन व एक अज्ञात के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी। तीन दिन बाद भी आरोपितों की गिरफ्तारी न होने पर एसओजी यमुनापार को भी लगा दिया गया है। लालापुर, बारा और शंकरगढ़ क्षेत्र में दबिश देने के साथ ही शहर में रहने वाले आरोपितों के करीबियों के बारे में पुलिस पता लगाने में जुटी है।

chat bot
आपका साथी