कोरोना मामले में लापरवाही पर निजी अस्पताल का पंजीकरण निरस्त

कोरोना मरीज के मामले में लापरवाही बरतने पर शहर में सिविल लाइंस स्थित शकुंतला हास्पिटल का पंजीकरण सीएमओ ने निरस्त कर दिया है।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 27 Sep 2020 11:04 PM (IST) Updated:Mon, 28 Sep 2020 05:10 AM (IST)
कोरोना मामले में लापरवाही पर निजी अस्पताल का पंजीकरण निरस्त
कोरोना मामले में लापरवाही पर निजी अस्पताल का पंजीकरण निरस्त

प्रयागराज, जेएनएन : कोरोना मरीज के मामले में लापरवाही बरतने पर शहर में सिविल लाइंस स्थित शकुंतला हास्पिटल का पंजीकरण सीएमओ ने निरस्त कर दिया है। वहां भर्ती मरीजों को दूसरे अस्पतालों में ले जाने के लिए भी दिशा निर्देश जारी कर दिए गए हैं।

कोरोना संक्रमित को भेज दिया घर

सीएमओ डॉ. जीएस वाजपेयी की तरफ से जारी पत्र में कहा गया है कि करेली का एक व्यक्ति पिछले दिनों इलाज के लिए आया था। उसकी कोविड-19 जांच की गई। पॉजिटिव पाए जाने पर बिना इलाज उसे घर भेज दिया गया। मरीज के पॉजिटिव मिलने की सूचना न पोर्टल पर फीड की गई और न आइडीएसपी को दी गई। यह घोर लापरवाही है। किसी भी व्यक्ति के संक्रमित मिलने पर सब से पहले उसकी पल्स, ब्लडप्रेशर, तापमान, ऑक्सीजन का स्तर आदि की जांच की जानी चाहिए। उसके बाद पोर्टल पर एंट्री हर हाल में की जानी चाहिए। संबंधित मरीज को किसी भी तरह से इलाज के लिए भी नहीं निर्देशित किया गया। इसके चलते मरीज के परिवार के लोग उसे घर लेकर चले गए। बाद में अस्पताल की तरफ से पोर्टल पर उसके पॉजिटिव पाए जाने की सूचना दी गई तब तक मरीज की जान जा चुकी थी। यह लापरवाही एपिडेमिक एक्ट 1961 तथा कोविड प्रोटोकाल के विपरीत है।

सीलिंग की भी होगी कार्रवाई

सीएमओ ने बताया कि तत्काल प्रभाव से अस्पताल का पंजीयन निरस्त किया जा रहा है। वहां भर्ती मरीजों को भी उनकी सुविधा के अनुसार दूसरी जगहों पर भर्ती कराते हुए अस्पताल खाली कराने के लिए कहा गया है जिससे सीलिंग की कार्रवाई की जा सके। उल्लेखनीय है कि कुछ दिन पहले अस्पताल के निदेशक डॉ. अनुपम जायसवाल का बीमारी के चलते निधन हो गया था।

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