सरसों तेल का दाम दो रुपये और बढ़ा, पामोलीन व रिफाइंड के साथ डालडा के रेट में भी हुई है वृद्धि
जिस तेजी से खाद्य तेलों के दाम में बढ़ोतरी हो रही है। उससे पिछला रिकार्ड टूट जाने के आसार हैं। सरसों तेल की कीमत में अब दो रुपये किलो की और वृद्धि हुई है। सरसों तेल का दाम 15 किलो टीन पर बढ़कर 2630 रुपये हो गया है।
प्रयागराज, जागरण संवाददाता। गृहणियों के रसोई के बजट पर अब और मार पड़ी है। खाद्य तेलों की लगातार हो रही मूल्य वृद्धि ने आम लोगों को परेशान कर दिया है। उनकी जेब अधिक ढीली होगी। सरसों तेल की कीमत में अब दो रुपये किलो की और वृद्धि हो गई है। इससे सरसों तेल का दाम 15 किलो टीन पर बढ़कर 2630 रुपये हो गया है। फुटकर रेट में भी और तेजी होने की उम्मीद है।
खाद्य तेलों का पिछला रिकार्ड टूट सकता है
जिस तेजी से खाद्य तेलों के दाम में बढ़ोतरी हो रही है। उससे पिछला रिकार्ड टूट जाने के आसार हैं। पिछले सप्ताह सरसों तेल का थोक रेट 2600 रुपये (15 किलो टिन), सोयाबीन फार्च्यून यानी रिफाइंड की कीमत 2300 रुपये (15 लीटर टिन) और पामोलिन का मूल्य 2050 रुपये (15 किलो टिन) हो गया था। इसी प्रकार डालडा का दाम भी उछाल मारकर 2000 रुपये (15 किलो टिन) हो गया था। सोमवार की रात में गल्ला मंडी के बंद होने पर सरसों तेल का दाम दो रुपये किलो और चढ़कर 2630 रुपये 15 किलो का टिन पहुंच गया था।
15 दिन पहले इस रेट में था खाद्य तेल
बता दें कि करीब एक पखवाड़ा भर पहले सरसों तेल का थोक रेट 2450 रुपये (15 किलो टिन), फार्च्यून का दाम 2200 रुपये (15 लीटर टिन) और पामोलिन का रेट 1950 रुपये (15 लीटर टिन) और डालडा का दाम भी 1950 रुपये (15 किलो टिन) था।
सरसों तेल, रिफाइंड, पामोलीन व डालडा का फुटकर रेट
फुटकर में सरसों तेल का दाम 165 रुपये किलो, रिफाइंड का दाम 155 रुपये लीटर, पामोलिन की कीमत 125 रुपये किलो और डालडा का रेट 145 रुपये किलो है।
खाद्य तेलों का बाजार में दाम और बढ़ा : सतीश केसरवानी
इलाहाबाद गल्ला तिलहन व्यापार मंडल के अध्यक्ष सतीश चंद्र केसरवानी का कहना है कि कंपनियों ने सरसों के तेल के दाम में सोमवार को दो रुपये किलो की फिर वृद्धि कर दी। इससे बाजार में दाम और बढ़ गया।