अचानक बारिश और नहीं थी बचाव की तैयारी, प्रयागराज और प्रतापगढ़ में क्रय केंद्रों में भीगा सैकड़ों क्विंटल गेहूं

प्रतापगढ़ में सोमवार देर रात और मंगलवार को भी जारी बरसात से क्रय केंद्रों पर खुले में रखा सैकड़ों क्विंटल गेहूं भीग गया। यह हाल शहर के महुली मंडी स्थित केंद्र का है। बोरियों में रखे गेहूं को नियमानुसार पालिथिन के तीरपाल से ढकना चाहिए लेकिन ध्यान नहीं दिया गया।

By Ankur TripathiEdited By: Publish:Tue, 18 May 2021 02:37 PM (IST) Updated:Tue, 18 May 2021 02:37 PM (IST)
अचानक बारिश और नहीं थी बचाव की तैयारी, प्रयागराज और प्रतापगढ़ में क्रय केंद्रों में भीगा सैकड़ों क्विंटल गेहूं
सोमवार और मंगलवार की बारिश में खुले रखा सैकड़ों क्विंटल गेहूं भीगने की बात आ रही है।

प्रयागराज, जेएनएन। तपिश भरे मौसम के बीच सोमवार दोपहर से आंधी के बाद कहीं ज्यादा तो कहीं कम बारिश ने किसानों की मेहनत से तैयार गेहूं के भीगकर खऱाब होने का खतरा पैदा कर दिया। दरअसल, प्रयागराज हो या प्रतापगढ़ और कौशांबी, हर जनपद में सरकारी क्रय केंद्रों में हजारों क्विंटल गेहूं खरीदने के बाद रखा है। कुछ स्थानों पर गेहूं को सुरक्षित स्थान पर रखा गया है तो तमाम क्रय केंद्र में गेहूं खरीदकर खुले में ही बोरियों में छोड़ा गया है। सोमवार और मंगलवार की बारिश में खुले रखा सैकड़ों क्विंटल गेहूं भीगने की बात आ रही है।

खुले में रखी बोरियों में भरा गेहूं पानी पड़ने से होगा खराब 

प्रतापगढ़ में सोमवार देर रात और मंगलवार को भी जारी बरसात से क्रय केंद्रों पर खुले में रखा सैकड़ों कुंतल गेहूं  भीग गया। यह हाल शहर के महुली मंडी स्थित केंद्र का है। बोरियों में रखे गेहूं को नियमानुसार पालिथिन के तीरपाल से ढका जाना चाहिए, लेकिन इस ओर ध्यान नहीं दिया गया। ऐसे में इन बोरियों में पानी पसीज गया है और खतरा जताया जा रहा है कि इस वजह से गेहूं खराब हो जाएगा। इसी तरह अन्य क्रय केंद्रों पर भी गेहूं भीग गया है। जिला प्रशासन के बार-बार निर्देश के बाद भी विभागीय अधिकारियों की तरफ से गेहूं को भीगने से बचाने के लिए कोई इंतजाम नहीं किया गया। मानसून अगर इसी तरह दो-तीन बना रह गया तो सैकड़ों क्विंटल गेहूं खराब हो जाएगा। कुछ क्रय केंद्र में बारिश होने के बाद आनन-फानन तीरपाल मंगाकर गेहूं की बोरियों को ढका गया है। इसी तरह प्रयागराज में कुछ क्रय केंद्रों में खुले में रखा गेहूं भीगने की खबर पर प्रशासनिक अमला सक्रिय हो गया।

chat bot
आपका साथी