Prayagraj Weather News Update: 11.8 मिमी बारिश ने दी सर्दी की दस्तक, तापमान में भी कमी
Prayagraj Weather News Update इलाहाबाद विश्वविद्यालय के मौसम विज्ञानी डा. शैलेंद्र कुमार राय ने बताया कि पश्चिमी विक्षोभ की वजह से यह बारिश हुई। अब इस बारिश ने ठंड का आगमन हो गया है। तापमान में भी गिरावट दर्ज की गई।
प्रयागराज, जागरण संवाददाता। सोमवार को सुबह हुई झमाझम बारिश ने ठंड की दस्तक दे दी है। 11.8 मिलीमीटर बारिश की वजह से अधिकतम तापमान सामान्य से करीब पांच डिग्री सेल्सियस गिर गया। न्यूनतम तापमान में भी अंतर आया है। इस बारिश ने ठंड का भी एहसास कराया। हालांकि बारिश से किसानों को भारी नुकसान हुआ है। धान की फसल खेतों में तैयार है और बारिश के चलते उसकी कटाई और कुटाई प्रभावित हुई है।
प्रयागराज का तापमान
बुधवार को अधिकतम तापमान 27.5 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 21.4 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। वहीं मंगलवार को अधिकतम तापमान 27.4 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 24.9 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड हुआ था। कल की तुलना में आज अधिकतम और न्यूनतम तापमान में कमी आई है।
आसमान में बादल तो छाए हैं लेकिन बारिश नहीं हुई
मौसम में बदलाव तो कई दिन हो रहा था। वहीं रविवार की रात से आसमान में घने बादलों ने डेरा डाला। रात में रुक-रुककर बारिश हुई तो सुबह करीब एक घंटे तक झमाझम बारिश हुई। इससे मौसम अचानक बदल गया। गर्मी व उमस से जूझ रहे लोगों को राहत मिली। बुधवार को भी आसमान पर बादल छाए हैं लेकिन घने नहीं हैं। इससे बारिश की आज संभावना नजर नहीं आ रही है।
आइए जानें क्या कहते हैं मौसम विज्ञानी
इलाहाबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय के मौसम विज्ञानी डा. शैलेंद्र कुमार राय ने बताया कि पश्चिमी विक्षोभ की वजह से यह बारिश हुई। उन्होंने बताया कि बारिश के यह बादल पूर्वी उत्तर प्रदेश में आए हैं। बारिश के चलते ठंडी हवाएं दिन भर चलीं। अब इस बारिश ने ठंड का आगमन हो गया है। इससे तापमान में पांच डिग्री की गिरावट दर्ज की गई। डा. शैलेंद्र ने बताया कि बुधवार को मौसम साफ रहेगा। फिलहाल अभी बारिश के आसार नहीं है।
धान और आलू की फसल को नुकसान
बारिश ने किसानों की चिंता बढ़ा दी है। धान की फसल तैयार है। पिछले कई दिन से धान की कटाई चल रही है। जिन किसानों ने धान काटकर खलिहान में रख दिया और उसकी कुटाई नहीं की, उनको इस बारिश से काफी नुकसान हुआ है। वहीं कटाई भी प्रभावित हुई है। कई किसान मशीन से धान कटवाने की तैयारी में थे, अब वह हफ्ते कटाई नहीं करवा पाएंगे। इसके अलावा आलू की फसल को बारिश से नुकसान की आशंका है। यदि बारिश एक दो दिन ज्यादा हुई तो आलू की फसल खराब हो सकती है।