Prayagraj Weather News: 15 दिनों में तेज ठंड का अनुमान, पहाड़ों पर बर्फबारी व हिमालय की हवा से बढ़ी गलन
Prayagraj Weather News इलाहाबाद विश्वविद्यालय में समुद्रीय विज्ञान और पर्यावरण के जानकार डाक्टर शैलेंद्र राय ने बताया कि उत्तराखंड और उत्तरांचल में पिछले कई दिनों से बर्फबारी हो रही है। हिमालय की बर्फीली हवाएं अब मैदानी इलाके की तरफ कूच कर रही हैं। इससे ठंड बढ़ रही है।
प्रयागराज, जागरण संवाददाता। प्रयागराज में भी मौसम तेजी से बदल रहा है। इसका कारण भी है। पहाड़ों पर बर्फबारी ने मैदानी इलाकों में मौसम का मिजाज तेजी से बदला है। पारे में गिरावट के साथ ठिठुरन अचानक बढ़ गई। प्रयागराज में पिछले दो दिनों में न्यूनतम तापमान में कमी आई है। शुक्रवार को न्यूनतम तापमान 2.8 डिग्री सेल्सियस लुढ़ककर 15.2 पर पहुंच गया था। वहीं शनिवार को न्यूनतम तापमान कल की अपेक्षा 0.1 डिग्री सेल्सियस बढ़ा है। तापमान में कमी आने से ठंड का एहसास होना शुरू हो गया है।
प्रयागराज का तापमान
शनिवार को प्रयागराज का अधिकतम तापमान 33.3 डिग्री सेल्सियस रहा। वहीं शुक्रवार को अधिकतम तापमान 29.6 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया था। वहीं आज का न्यूनतम तापमान 15.3 डिग्री सेल्सियस रहा जबकि शुक्रवार को न्यूनतम तापमान 15.2 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया था।
हिमालय की बर्फीली हवा मैदानी इलाकाें की ओर आ रही है
इलाहाबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय में समुद्रीय विज्ञान और पर्यावरण के जानकार डाक्टर शैलेंद्र राय ने बताया कि उत्तराखंड और उत्तरांचल में पिछले कई दिनों से बर्फबारी हो रही है। इसके अलावा प्रशांत महासागर के केंद्र में लानिना भी है। इस वजह से हिमालय की बर्फीली हवाएं अब मैदानी इलाके की तरफ कूच कर रही हैं। इन हवाओं की वजह से शुक्रवार को सूरज ढलने के बाद गलन ज्यादा महसूस की जा रही है।
पिछले वर्ष की तुलना में इस बार ठंड का अधिक होगा असर
डाक्टर शैलेंद्र राय कहते हैं प्रशांत महासागर में यदि लानिना होता है तो मौसम में ठंडक होती है। जबकि, एनलिनो गर्मी के संकेत देता है। उन्होंने पूर्वानुमान लगाया कि आगामी 15 दिनों में ठंड तेजी से आएगी। इस बार पिछले साल की तुलना में सर्दी अधिक रहेगी। शुक्रवार को दिन की शुरुआत गलन से हुई। इसके बाद जैसे-जैसे सूर्यदेव निकले गलन कम होती गई। दिन में मौसम सामान्य रहा। लेकिन शाम ढलते ही फिजा में ठंडक घुल गई।
बंद हो गए कूलर और पंखे
मौसम में अचानक बदलाव होने से अब घरों में लोगों ने अपने कूलर और पंखे बन्द कर दिए। इसकी जगह अब पतले कंबल लोगों ने निकालने शुरू कर दिए। गर्म कपड़े भी अब निकलने शुरू हो गए हैं।