Prayagraj Weather News: आसमान में बादलों की आंख मिचौली, बारिश की बन रही संभावना

Prayagraj Weather News मौसम विज्ञानी शैलेंद्र राय का मानना है कि पूरे सितंबर माह में कभी भी मौसम बदल सकता है। ऐसा हो सकता है कि सुबह अच्छी धूप रहे दोपहर में बारिश हो जाए जैसा बुधवार को हुआ। यह सिलसिला काफी चलेगा।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Publish:Thu, 09 Sep 2021 10:18 AM (IST) Updated:Thu, 09 Sep 2021 10:18 AM (IST)
Prayagraj Weather News: आसमान में बादलों की आंख मिचौली, बारिश की बन रही संभावना
प्रयागराज में मौसम का अजब-गजब हाल है। कभी तेज धूप तो अचानक बादल छा जाते हैं।

प्रयागराज, जागरण संवाददाता। पिछले दो दिनों से आसमान में बादल छाए हैं। बारिश भले ही तेज नहीं हो रही है लेकिन ठंडी हवा ने राहत दी है। ऐसे मौसम में तापमान में भी गिरावट आने से उमस और गर्मी का एहसास नहीं हो रहा है। गुरुवार सुबह से भी आसमान में बादलों का डेरा है। मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि अगर हवा नहीं चली तो बारिश होने की संभावना है। बारिश होगी भी तो रिमझिम ही।

बारिश हुई तो किसानों को होगा फायदा

मौसम विभाग के पूर्व अनुमान के मुताबिक सितंबर माह में भी दो-दो दिन के अंतराल पर बारिश हो जा रही है। बस बारिश में केवल इतना अंतर है कि अलग-अलग जगह पर कम ज्यादा हो रही है। मौसम विभाग के अनुसार पूरे माह में इस तरह का मौसम बना रहेगा, जो आमजन मानस से लेकर फसलों तक को राहत देने वाला है। बुधवार दोपहर में मौसम साफ था। आसमान में अचानक काले बादल आए, उसके बाद बारिश शुरू हो गई। पहले तेज बारिश हुई, फिर उसके बाद काफी देर तक हल्की बूंदे पड़ती रहीं। लोगों ने ऐसे मौसम का लुत्फ भी उठाया। हल्की बारिश में लोग कहीं रुके नहीं, चलते रहे। दोपहर में जब तीन बजे बारिश बंद हुई तो सड़कों पर गाड़ियों की आवाजाही बढ़ गई।

बोले, मौसम विज्ञानी

गुरुवार को अधिकतम तापमान 33 डिग्री सेल्सियस व न्यूनतम तापमान 26 डिग्री सेल्सियस रहा। कल का भी अधिकतम और न्‍यूनतम तापमान इतना ही था। मौसम विज्ञानी शैलेंद्र राय का मानना है कि पूरे सितंबर माह में कभी भी मौसम बदल सकता है। ऐसा हो सकता है कि सुबह अच्छी धूप रहे, दोपहर में बारिश हो जाए, जैसा बुधवार को हुआ। यह सिलसिला काफी चलेगा।

अच्‍छी बारिश से जलस्तर बढ़ने का अनुमान

इस बार मानसून के दौरान अच्छी बारिश हुई है। शहरी क्षेत्र से लेकर ग्रामीण क्षेत्र में खूब जमकर बारिश हुई है। गांवों में तो तालाब, पोखर सभी भर गए थे। इसलिए अनुमान लगाया जा रहा है कि पिछले वर्षों की तुलना में इस वर्ष जलस्तर ज्यादा बढ़ा है। पूरे जिले की इसकी रिपोर्ट तैयार कराने की कवायद शुरू हो गई है। इसके अलावा विभाग भी जलस्तर बढ़ाने के अन्य उपायों पर काम कर रहा है।

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