Terror connection नहीं मिलने पर गिरफ्तार आतंकी जीशान के साथी शाहरूख को प्रयागराज पुलिस ने छोड़ा
शाहरूख ने फेसबुक पर पोस्ट डाली थी कि वह निर्दोष है और बेहद डरा हुआ है इसलिए पुलिस के पास सरेंडर करने जा रहा है। अब पता चला है कि सरेंडर करने के बाद पुलिस उससे लगातार पूछताछ करती रही लेकिन आतंकी गतिविधियों में उसकी कोई संलिप्तता नहीं निकली।
प्रयागराज, जागरण संवाददाता। पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आइएसआइ से आतंकी हमलों के लिए प्रशिक्षण के बाद लौटने पर प्रयागराज में गिरफ्तार आतंकी जीशान के साथी पोल्ट्री फार्म संचालक शाहरूख को पूछताछ के बाद एटीएस और पुलिस ने छोड़ दिया है। उसे शहर में मुट्ठीगंज स्थित उसके घर पहुंचा दिया गया है। लंबी पूछताछ में उसका आतंकी गतिविधियों में कोई ताल्लुक नहीं पाया गया। वह आतंकी जीशान का साथी जरूर है लेकिन उसे उसकी गतिविधियों और मंसूबे की कोई जानकारी नहीं थी।
दिल्ली पुलिस के इनपुट पर की गई थी छापेमारी
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल से मिले इनपुट पर प्रयागराज में पिछले हफ्ते एटीएस और लोकल पुलिस ने करेली के मदरसा संचालक हुमैद उर रहमान और जीशान की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की थी। हुमैद तब नहीं मिला लेकिन जीशान पकड़ा गया जिसने पूछताछ में ताहिर मदनी का नाम लिया था। उसे भी गिरफ्तार कर लिया गया था। छानबीन में चौंकाने वाली बात सामने आई कि शुआट्स से एमबीएम की पढ़ाई करने वाले जीशान का संपर्क नौकरी के लिए सऊदी अरब जाने पर पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आइएसआइ के लोगों से हुआ जो उसे ओमान और ईरान के रास्ते पाकिस्तान ले गए। वहां आइएसआइ और आतंकियों ने उसे आतंकी हमले के तरीकों से प्रशिक्षित कर भारत भेजा था। जीशान की निशानदेही पर एटीएस ने उसके दोस्त शाहरूख के नैनी में डांडी स्थित पोल्ट्री फार्म से विस्फोटक (आइईडी) बरामद किया जिसे डीफ्यूज कर दिया गया था। जीशान को दिल्ली ले जाने के बाद से पुलिस हुमैद उर रहमान और शाहरूख को खोज रही थी। हुमैद उर रहमान को प्रयागराज के स्लीपर माड्यूल का हैंडलर बताया गया है।
कोई आतंकी भूमिका नहीं थी, इसलिए छोड़ा गया शाहरूख
दो रोज पहले हुमैद उर रहमान करेली पुलिस के हत्थे चढ़ा जिसे लखनऊ ले जाया गया है। फिर जीशान के दोस्त शाहरूख के बारे में खबर आई कि उसने खुद सरेंडर कर दिया है। उसने फेसबुक पर पोस्ट डाली थी कि वह निर्दोष है और बेहद डरा हुआ है इसलिए पुलिस के पास सरेंडर करने जा रहा है। अब पता चला है कि सरेंडर करने के बाद पुलिस उससे लगातार पूछताछ करती रही लेकिन आतंकी गतिविधियों में उसकी कोई संलिप्तता नहीं निकली। शाहरूख ने कहा कि जीशान ने उसे बाक्स दिया था जिसे उसने अपने पोल्ट्री फार्म में रख दिया था। उसे जीशान ने नहीं बताया था कि उसमें क्या है। उसे खुद एटीएस की छापेमारी के बाद पता चला कि जीशान ने उस बाक्स में विस्फोटक रखा था। हर तरह की जांच में फिलहाल शाहरूख के खिलाफ कोई साक्ष्य नहीं मिले इसलिए उसे छोड़ दिया गया है। पुलिस का कहना उसे अभी छोड़ दिया गया है इस हिदायत के साथ कि वह शहर छोड़कर नहीं जाएगा क्योंकि तहकीकात जारी है।