Remedesivir Injection की कालाबाजारी करने वाले गैंग का सरगना अजय नहीं लग रहा प्रयागराज पुलिस के हाथ
शहर कोतवाली की पुलिस ने स्वरूपरानी नेहरू अस्पताल के मुख्य द्वार के पास से शुक्रवार देर शाम तीन जालसाजों को गिरफ्तार किया था। जबकि इनका साथी अजय विश्वकर्मा निवासी 40 नंबर गुमटी पंडिला महादेव थरवई भाग निकला था।
प्रयागराज, जेएनएन। रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी करने वाले गिरोह के फरार सरगना अजय विश्वकर्मा पुलिस के हाथ नहीं लग पा रहा है। सोमवार को पुलिस ने उसके दो करीबियों को उठाया। उनसे पूछताछ की गई, लेकिन वे ऐसी कोई जानकारी नहीं दे सके, जिससे पुलिस अजय तक पहुंच सके।
शहर में ही किसी करीबी के यहां छिपकर रहने की संभावना
कोतवाली पुलिस ने स्वरूपरानी नेहरू अस्पताल के मुख्य द्वार के पास से शुक्रवार देर शाम तीन जालसाजों को गिरफ्तार किया था। जबकि इनका साथी अजय विश्वकर्मा निवासी 40 नंबर गुमटी पंडिला महादेव, थरवई भाग निकला था। ये गिरोह रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी कर रहा था। तीनों को तो दूसरे दिन ही पुलिस ने पूछताछ के बाद जेल भेज दिया था, जबकि अजय की तलाश में कई जगह दबिश दी गई, लेकिन वह हाथ नहीं लगा। सोमवार को पुलिस ने शहर में रहने वाले उसके दो खास करीबियों को पूछताछ के लिए उठा लिया। दोनों से करीब तीन घंटे तक पूछताछ की गई, लेकिन अजय कहां छिपा है, इस बारे में वे कुछ नहीं बता सके। हालांकि, उसके किन-किन लोगों से संबंध हैं, इस बारे में कुछ जानकारी जरूर पुलिस को दी।
स्विच ऑफ कर रखा है अपना मोबाइल फोन
कोतवाली पुलिस का कहना है कि जालसाज विनोद कुमार, राहुल शुक्ला और अनुराग यादव की गिरफ्तारी के बाद अजय ने अपना मोबाइल बंद कर लिया है। वह दो नंबरों का प्रयोग करता था। नंबर बंद होने की वजह से उसकी लोकेशन नहीं मिल पा रही है। हालांकि, पूरी संभावना है कि वह शहर में ही किसी खास करीबी के यहां छिपा है। टीमें लगी हैं और जल्द ही सफलता मिलेगी।