माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड की फर्जी वेबसाइट बना डाली, प्रयागराज में दो जालसाज गिरफ्तार

पिछले दिनों शिक्षकों के 17486 स्टाफ के 3800 और चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी के 2892 पदों पर वेबसाइट www.upsssb.org पर 10 अक्तूबर तक आनलाइन आवेदन मांगे गए थे। चयन बोर्ड के उप सचिव ने कर्नलगंज थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। साइबर क्राइम थाने से भी जांच हो रही थी

By Ankur TripathiEdited By: Publish:Mon, 27 Sep 2021 07:03 PM (IST) Updated:Tue, 28 Sep 2021 01:09 AM (IST)
माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड की फर्जी वेबसाइट बना डाली, प्रयागराज में दो जालसाज गिरफ्तार
गिरफ्तार दोनों शातिरों के पास से 567 छात्रों के आवेदन किए गए हैं बरामद

प्रयागराज, जागरण संवाददाता। माध्यमिक शिक्षा चयन बोर्ड की फर्जी वेबसाइट बनाकर नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करने वाले गैंग का साइबर क्राइम थाना ने सोमवार को राजफाश किया। गिरोह के दो सदस्यों को गिरफ्तार कर 567 छात्रों के आवेदन बरामद किए। लैपटॉप, सात मोबाइल, एक टैब, नौ एटीएम कार्ड समेत अन्य सामान बरामद किए गए। इनके बैंक खाते में दो लाख से अधिक रुपये भी मिले, जिसे जब्त कर लिया गया है।

10 अक्तूबर तक आनलाइन मांगे थे आवेदन 

पिछले दिनों माध्यमिक शिक्षा चयन बोर्ड की फर्जी वेबसाइट बनाकर 24178 शिक्षकों और कर्मचारियों की भर्ती के नाम पर बड़े फर्जीवाड़े का मामला सामने आया था। शिक्षकों के 17486, स्टाफ के 3800 और चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी के 2892 पदों पर वेबसाइट www.upsssb.org पर 11 सितंबर से 10 अक्तूबर तक आनलाइन आवेदन मांगे गए थे। तीनों श्रेणियों के लिए शैक्षिक योग्यता क्रमश: परास्नातक, स्नातक और इंटरमीडिएट रखी गई थी। नियुक्ति दो चरणों में लिखित परीक्षा व साक्षात्कार के माध्यम से करने की बात कही गई थी।

उप सचिव ने लिखाया था जालसाजी का केस

मामला विभागीय अधिकारियों के संज्ञान में पहुंचा तो माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड के उप सचिव ने कर्नलगंज थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। साइबर क्राइम थाने को भी जांच के लिए लगाया गया था। सोमवार को प्रभारी निरीक्षक राजीव तिवारी ने अपनी टीम के साथ सचिन कुमार उर्फ ललित उर्फ कालू निवासी नगला केवल थाना देहात कोतवाली जनपद एटा और साहिल श्रीवास्तव निवासी छतौना कला लंभुआ थाना चांदा जनपद सुल्तानपुर को गिरफ्तार कर लिया। आइजी केपी सिंह ने बताया कि इसमें सचिन गैंग का सरगना है। उसने जो फर्जी वेबसाइट www.upsssb.org बनाई थी, इसमें ई हटा दिया था। बोर्ड की अधिकृत वेबसाइट www.upsessb.org है। उसी से मिलती-जुलती वेबसाइड बनाई और बेरोजगार युवक-युवतियों को शिकार बनाने में लग गए।

पहले भी 50 लाख की कर चुके हैं ठगी 

सीआरडीओ की फर्जी वेबसाइट बनाकर पहले भी दोनों आरोपित 50 लाख रुपये से अधिक की ठगी कर चुके हैं। दोनों ने बताया कि जब उन्होंने सीआरडीओ की फर्जी वेबसाइड बनाई तो किसी प्रकार की कोई शिकायत नहीं हुई थी। आराम से उन्होंने लाखों का खेल कर दिया था। पूछताछ में दोनों ने बताया कि अपनी महिला मित्र के खाते में रुपये का पेमेंट करवाया जाता था। इसके अलावा अपने गैंग के अन्य सदस्यों का नाम भी पुलिस काे बताया है, जिनकी तलाश की जा रही है।

chat bot
आपका साथी