नवजात बच्ची को चुराकर बेचने वाले गिरोह का प्रयागराज पुलिस नेे किया राजफाश
सरिता के विवाह के आठ वर्ष हो चुके हैं और वह निसंतान है। कहीं से उन्हें करैलाबाग पीएचसी में कार्यरत आशा कार्यकर्ता सुनीता भूषण का संपर्क मिला। सुनीता उर्फ अन्नू पत्नी चंद्रभूषण मऊआइमा के तिलई बाजार निवासी है।
प्रयागराज, जेएनएन। रेलवे जंक्शन के गेट नंबर तीन के पास से अगवा की गई 20 दिन की बच्ची को पुलिस ने बरामद कर कुछ लोगों को गिरफ्तार किया तो बड़ा राजफाश हुआ। इसमें नवजात बच्चों को चोरी करने वाला गिरोह भी है। पकड़े गए आरोपितों में एक आशा कार्यकर्ता भी शामिल है। हालांकि मुख्य आरोपित पुलिस के हाथ नहीं लगा है। उसकी तलाश में छापेमारी की जा रही है।
मंगलवार रात दुलारने के बहाने अगवा कर ली थी बच्ची
मेजा निवासी गोलू, पत्नी नेहा के साथ रेलवे जंक्शन के गेट नंबर तीन के पास त्रिपाल की छावनी बनाकर रहता है। मंगलवार रात उसकी 20 दिन की बच्ची कुमकुम को एक युवक लेकर गायब हो गया था। उसकी पहचान नेहा ने अंकित के रूप में की थी। मामला पुलिस तक पहुंचा तो शाहगंज इंस्पेक्टर जयचंद्र शर्मा ने बुधवार शाम बच्ची को करेली के सोलह मार्केट निवासी कमल कुमार कनौजिया के यहां से बरामद कर लिया। कमल के साथ उसकी मां मीरा और बहन सरिता पत्नी मोनू भी पकड़े गए। पूछताछ हुई तो बताया गया कि सरिता के विवाह के आठ वर्ष हो चुके हैं और वह नि:संतान है। कहीं से उन्हें करैलाबाग पीएचसी में कार्यरत आशा कार्यकर्ता सुनीता भूषण का संपर्क मिला। सुनीता उर्फ अन्नू पत्नी चंद्रभूषण, मऊआइमा के तिलई बाजार निवासी है।
नि:संतान दंपति को बेचने के लिए कारनामा
सुनीता ने उन्हें बताया कि रेलवे जंक्शन के गेट नंबर तीन के बाहर रहने वाली आफरीन पत्नी अब्दुल अजीम व पूजा पत्नी संतोष यादव, किसी बच्चे का इंतजाम करा सकती हैं। इन दोनों से सरिता के स्वजन ने संपर्क किया और 40 हजार रुपये में बच्चा देने की बात तय हुई। आफरीन व पूजा ने अंकित से नेहा की 20 दिन की बच्ची को अगवा करा लिया। लेकिन, पुलिस की सक्रियता से घटना का राजफाश हो गया। एसपी सिटी दिनेश सिंह का कहना है कि मुख्य आरोपित अंकित को छोड़कर अन्य सभी छह आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया गया है। अंकित की तलाश में छापेमारी की जा रही है।
पुलिस को करते रहे गुमराह
नवजातों को चोरी करने वाले गिरोह के सदस्यों से पुलिस ने कई बार पूछताछ की कि अब तक कितने नवजात को कहां-कहां से चोरी किया गया है। लेकिन इस पर गिरोह के सदस्य पुलिस को गोलमोल जवाब देते रहे।