एटीएम में चिमटा फंसाकर करोड़ों रुपये उड़ाए थे तीन शातिरों ने, प्रयागराज पुलिस ने दबोचा

बदमाशों ने बताया कि वह अपने घर नहीं जाते थे। जब इच्छा होती थी इसी तरह एटीएम से रुपये निकाल लेते थे। होटलों में रहते थे और बीच-बीच में मुंबई आदि जगहों पर जाकर बीयर बार में तीन-चार लाख रुपये उड़ा देते थे।

By Ankur TripathiEdited By: Publish:Fri, 11 Dec 2020 08:05 PM (IST) Updated:Fri, 11 Dec 2020 08:05 PM (IST)
एटीएम में चिमटा फंसाकर करोड़ों रुपये उड़ाए थे तीन शातिरों ने, प्रयागराज पुलिस ने दबोचा
एटीएम से छेड़छाड़ कर करोड़ों रुपये निकालने वाले गैंग का पुलिस ने शुक्रवार को राजफाश किया है।

प्रयागराज, जेएनएन। एटीएम से छेड़छाड़ कर करोड़ों रुपये निकालने वाले गैंग का पुलिस ने शुक्रवार को राजफाश किया है। गिरोह के तीन सदस्यों को गिरफ्तार कर 13 एटीएम कार्ड, 23,500 रुपये, तीन मोबाइल और एक चिमटा बरामद किया गया है। एक लग्जरी कार भी पुलिस के हाथ लगी है। हालांकि, गिरोह का एक सदस्य नहींं मिला जिसकी तलाश में दबिश दी जा रही है। पूछताछ में पता चला कि वह कई दूसरे राज्यों में भी वारदात को अंजाम देते थे।

गद्दोपुर के पास पुलिस टीम नेे की घेराबंदी 

एसओजी गंगापार प्रभारी मनोज सिंह और इंस्पेक्टर सोरांव आशुतोष तिवारी को सूचना मिली कि कुछ बदमाश फारर्चुनर कार से गद्दोपुर के पास पहुंचने वाले हैं। इस पर फाफामऊ चौकी के दारोगा सुरेंद्र सिंह, लोकेंद्र सिंह, धर्मेंद्र कुमार को घेराबंदी के लिए कहा गया। पुलिस टीम ने गद्दोपुर मोड़ के पास घेरकर कुछ ही देर में कार सवार तीन बदमाशों को पकड़ लिया। इसमें बजरंग बहादुर सिंह उर्फ सावन निवासी करमचंद्रपुर थाना जेठवारा, तौफीक खान उर्फ बबलू निवासी बाबूतारा थाना लालगंज व आदिल अहमद उर्फ अनस निवासी पूरे मुस्तफाखान थाना कोतवाली जनपद प्रतापगढ़ शामिल थे। पुलिस ने कार और तीनों की तलाशी ली तो 13 एटीएम कार्ड, 23,500 रुपये, तीन मोबाइल और एक चिमटा बरामद हुआ। 

पुरानेे एटीएम में ही छेड़छाड़ करते थे

तीनों को सोरांव थाने ले जाया गया। वहां पूछताछ में शातिरों ने बताया कि वह एटीएम में छेड़छाड़ कर रुपये निकालते थे। पुरानेे एटीएम में ही छेड़छाड़ करते थे। पहले वह रुपये निकालने के लिए अपनेे एटीएम कार्ड से पांच सौ रुपये निकालने के लिए इंट्री करते थे। नोट बाहर निकलने वालेे होतेे थेे तभी वह चिमटा रुपये निकलने वाली जगह (डिसपेंसर शटर) पर फंसा देते थे। पांच सौ रुपये निकालने के बाद वे दोबारा और कार्ड लगाते थे और मनमाफिक की इंट्री करते थे। मशीन से जब रुपये गिनकर ऊपर आते थे वह चिमटे में फंसाकर हाथ से नोट बाहर खींच लेते थे। इससे रुपये भी उन्हें मिल जाते थे और उनके खाते में भी कोई कटौती नहीं होती थी। यह काम पांच वर्ष से कर रहे थे और इस दौरान पांच से सात करोड़ रुपये भी निकाल चुके हैं। पुलिस का कहना है कि गैंग के एक और सदस्य शाकिर अली निवासी भूलियापुर थाना कोतवाली प्रतापगढ़ फरार है, जिसकी तलाश की जा रही है।

होटलों में रहते थे, बार में उड़ाते थे रुपये

बदमाशों ने बताया कि वह अपने घर नहीं जाते थे। जब इच्छा होती थी इसी तरह एटीएम से रुपये निकाल लेते थे। होटलों में रहते थे और बीच-बीच में मुंबई आदि जगहों पर जाकर बीयर बार में तीन-चार लाख रुपये उड़ा देते थे। 

दूसरे राज्यों में भी करते थे वारदात

गिरफ्तार बजरंग बहादुर सिंह, तौफीक खान, आदिल अहमद और फरार शाकिर अली मप्र और छत्तीसगढ़ में भी ऐसी वारदातें करते थे। वहां यह गैंग गिरफ्तार भी हो चुका है। सभी जमानत पर बाहर हैं। वहां जेल से छूटने के बाद यह यहां वारदातों को अंजाम देने लगे।

कई दिनों से मिल रही थी सूचना

बदमाशों के बारे में फाफामऊ और एसओजी गंगापार को कई दिनों से सूचना मिल रही थी। दो-तीन दिन पहले फाफामऊ बाईपास पर इनकी मौजूदगी की आहट पुलिस को मिली थी, लेकिन पुलिस के पहुंचने से पहले ही ये निकल गए थे। पुलिस लगातार इनके बारे में जानकारी हासिल कर रही थी और अंतत: सफलता मिल गई।

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