Prayagraj Municipal Corporation: गारंटी पीरियड में भी मशीनों की मेंटिनेंस पर करोड़ों खर्च!, सदन की बैठक में पार्षदों ने उठाया मसला

पार्षद अकीलुर्रहमान ने कहा कि कुंभ मेले में तीन रोड स्वीपिंग मशीनें चार जेसीबी और चार रोबोट खरीदे थे जो गारंटी पीरियड में खराब हो गए। उन्होंने कर्मशाला और विद्युत विभाग के एक जेई पर इसकी मेंटिनेंस के लिए तीन करोड़ का टेंडर निकालने के आरोप लगाए।

By Rajneesh MishraEdited By: Publish:Fri, 11 Jun 2021 06:30 AM (IST) Updated:Fri, 11 Jun 2021 06:30 AM (IST)
Prayagraj Municipal Corporation:  गारंटी पीरियड में भी मशीनों की मेंटिनेंस पर करोड़ों खर्च!, सदन की बैठक में पार्षदों ने उठाया मसला
नगर निगम की बैठक में हंगामे के बीच शाम करीब साढ़े पांच बजे मूल बजट पास हुआ।

प्रयागराज,जेएनएन। नगर निगम की बैठक में गुरुवार को पार्षदों ने नालों और गंगा घाटों की सफाई, विकास कार्यों, खराब स्ट्रीट लाइट, गृहकर माफी समेत कई मुद्दे उठाए। कुछ प्रकरणों पर पक्ष और विपक्ष के पार्षद आपस में भी भिड़ते रहे। नाला सफाई, रोड स्वीपिंग मशीनों, रोबोट, जेसीबी खरीद में अफसरों की घेराबंदी की। गारंटी पीरियड में सफाई मशीनों के खराब होने पर उनकी मेंटिनेंस में करोड़ों रुपये खर्च करने पर सवाल उठाते हुए जांच की मांग की गई। हंगामे के बीच शाम करीब साढ़े पांच बजे मूल बजट पास हुआ।

महापौर अभिलाषा गुप्ता की अध्यक्षता में दोपहर 12 बजे सदन की बैठक शुरू हुई। पहले मुख्य कर निर्धारण अधिकारी पीके मिश्र ने पार्षद अशोक सिंह द्वारा शुआट्स और एक कार शोरूम के गृहकर में कमी पर जवाब दिए। कहा कि शुआट्स का कर निर्धारण 2011 में हुआ था। कवर्ड एरिया 12,15,113 वर्ग फीट और ओपेन एरिया एक करोड़ 59 लाख 39 हजार 957 वर्ग फीट था। गृहकर 97 लाख नौ हजार 171 रुपये लगाया। आनंद भवन, कमला नेहरू अस्पताल के टैक्स का भी मसला उठा। लेकिन, कोर्ट से स्थगन आदेश पारित होने के कारण टैक्स न लेने की जानकारी मुख्य कर निर्धारण अधिकारी ने दी। मुख्य वित्त एवं लेखाधिकारी निशांत उपाध्याय ने व्यय मद की जानकारी दी। पार्षद आनंद घिल्डियाल द्वारा बैलेंस सीट बनाने के लिए चार्टर्ड एकाउंटेंट नामित करने के उठाए सवाल पर भी पार्षद भिड़े। पार्षद अकीलुर्रहमान ने कहा कि कुंभ मेले में तीन रोड स्वीपिंग मशीनें, चार जेसीबी और चार रोबोट खरीदे थे, जो गारंटी पीरियड में खराब हो गए। उन्होंने कर्मशाला और विद्युत विभाग के एक जेई पर इसकी मेंटिनेंस के लिए तीन करोड़ का टेंडर निकालने के आरोप लगाए। पार्षद रतन दीक्षित ने शासन स्तर से जांच की मांग की। मुख्य अभियंता सतीश कुमार ने कहा कि तीन रोड स्वीपिंग मशीनें चल रही हैं। पहले मशीनों के खराब होने पर समय से मेंटिनेंस नहीं हो पाती थी लेकिन, अब हर कूड़ा गाडिय़ों की मेंटिनेंस के लिए एजेंसी का चयन कर लिया गया है।

प्रमाण पत्र जारी होने पर ठेकेदारों का भुगतान

कार्यकारिणी उपाध्यक्ष अखिलेश सिंह ने प्रस्ताव रखा कि जिस वार्ड में काम हो रहे हैं, उस वार्ड के पार्षद के प्रमाण पत्र जारी किए बगैर ठेकेदारों के भुगतान न किए जाएं। इस पर सहमति बनी। कामों की जानकारी के लिए पत्थरों के लगने पर भी सहमति जताई गई। पार्षद दीपेश यादव ने मुटठीगंज में सड़क निर्माण का मुद्दा रखा। इसे मुख्य अभियंता से दिखवाने के लिए कहा गया। पार्षद फसाहत हुसैन ने दरियाबाद वार्ड की स्ट्रीट लाइटें बुझी होने, गंदे पानी की जलापूॢत के बावजूद समस्या का निराकरण अफसरों द्वारा न कराने की बात कही। समस्या के निराकरण का आश्वासन दिया गया। आउटसोर्स पर कंसल्टेंट भी रखें जाएंगे।

विरोधी सक्रिय हो रहे इसलिए काम होना जरूरी

पार्षद जिया उबैद ने कहा कि हमाम गली खस्ताहाल है। छह महीने से स्ट्रीट लाइटें खराब हैं। विरोधी सक्रिय हो रहे हैं, इसलिए काम कराएं। स्ट्रीट वेंडरों के भत्ता को सिर्फ फार्म भरवाया। पार्षद अल्पना निषाद ने कोरोना मृतकों के गृहकर इस साल के लिए माफ, कार्मिशयल टैक्स आधा और स्ट्रीट वेंडरों को पुलिस द्वारा परेशान न करने की मांग की। वार्डों में समान रूप से काम न कराने का आरोप लगाया। तमाम पार्षदों ने उनका विरोध किया। महापौर ने कहा कि सभी के वार्डों में करोड़ों के काम हुए हैं। टेंडर भी निकाले जा रहे हैं। 27 हजार स्ट्रीट वेंडरों को एक हजार रुपये भरण-पोषण भत्ता की धनराशि गुरुवार को भेजने की जानकारी दी।

नालों की सफाई मद में तीन करोड़ बढ़ोतरी

पार्षदों ने अपने क्षेत्रों में नालों की सफाई न होने का मुद्दा उठाया। कहा कि चाचर जैसे बड़े नालों की सफाई न होने से शहर में जलभराव होगा। मुख्य अभियंता ने 70 फीसद नालों की सफाई का दावा किया। कहा कि बाकी 30 फीसद नाले एक सप्ताह में साफ करा दिए जाएंगे। बजट में नालों की सफाई मद में पांच करोड़ रुपये रखे थे लेकिन, महापौर ने इस मद में तीन करोड़ रुपये की वृद्धि करने के लिए कहा, ताकि आगे भी निरंतर नालों की सफाई होती रहे। सदन और कार्यकारिणी की बैठक में शामिल होने पर पार्षदों को भत्ता तीन हजार मिलेगा। पार्षदों के लिए बीमा पॉलिसी पर अफसरों से चर्चा के बाद निर्णय लिया जाएगा।

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