प्रयागराज के विधायक हर्षवर्द्धन बोले- कोरोना से लडऩा है तो राजनीतिक दलों की प्रतिद्वंदिता को छोडऩा होगा
विधायक ने कहा कि जो लोग ऐसी कठिन परिस्थिति में भी राजनीति से बाज नहीं आ रहे हैं वह मानवता के दुश्मन हैं। रोना वायरस महामारी अलग-अलग दलों के लोगों को पहचान कर हमला नहीं कर रही है। सभी दल और वर्ग के लोग इसके शिकार हो रहे हैं।
प्रयागराज, जेएनएन। कोरोना वायरस की लड़ाई सत्ता की प्रतिद्वंदिता से अलग है। यदि इस महामारी से लडऩा है तो दलगत विचारधारा से ऊपर उठना होगा। कुर्सी के लाभ की सोच को भी छोड़ऩा होगा। यह कहना है प्रयागराज में शहर उत्तरी विधायक हर्षवर्धन वाजपेयी का। उन्होंने कहा कि वास्तव में समूची मानव जाति संकट में है। इसे किसी दायरे में बांधना ठीक नहीं। प्रत्येक व्यक्ति को एक दूसरे की मदद करनी होगी। हर वह उपाय करना होगा जिससे कोरोना हारे। यह दल, जाति, क्षेत्र, भाषा जैसे बंधन को नहीं मानता।
विधायक बोले कि कठिन परिस्थिति में भी राजनीति की जा रही है
विधायक ने कहा कि जो लोग ऐसी कठिन परिस्थिति में भी राजनीति से बाज नहीं आ रहे हैं, वह मानवता के दुश्मन हैं। क्या कोरोना वायरस महामारी अलग-अलग दलों के लोगों को पहचान कर हमला कर रही है, ऐसा नहीं है। सभी दल के लोग, सभी वर्ग के लोग इसके शिकार हो रहे हैं। यहां आलोचना से ऊपर उठकर सहयोग के धर्म को अपनाना होगा। उन्होंने कहा कि दुर्भाग्य है कि झारखंड के मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री के साथ हुई बैठक और विमर्श को भी राजनीति का मुद्दा बनाया। दिल्ली के मुख्यमंत्री भी उसी राह पर चल रहे हैं। कुछ अन्य प्रांत के लोग भी ऐसा ही कर रहे। यही चलता रहा तो बात और बिगड़ जाएगी।
पहले भ्रम फैलाया और अब सब से पहले वैक्सीन ले रहे
भाजपा महानगर की पूर्व अध्यक्ष शशि वाष्णेय ने कहा कि कई राजनीतिक दलों के लोगों ने वैक्सीन को लेकर भ्रम फैलाया। इससे अभियान को कुछ धक्का लगा। अब हालात जब तेजी से बिगड़ रहे तो उन्हीं दलों के प्रमुख लोग सब से पहले वैक्सीनेशन के लिए आगे आ रहे। उन्होंने यह भी कहा कि इस तरह की राजनीति कभी भी समाज के हित में नहीं हो सकती। आखिर वैक्सीन को लेकर भ्रम फैलाने से आम जनता की जान खतरे में पढ़ गई। अब उन्हीं दलों को चाहिए कि वैक्सीनेशन अभियान में सहयोग करें। वर्तमान में उनकी यही सच्चे समाज सेवा है। यह भी दुर्भाग्य है कि ये दल वैक्सीन ने पहुंचने पर शोर भी मचा रहे। जहां वैक्सीन है वहां लोगों में भ्रम भी फैला रहे। इसमें जनता को भी खुद खुले मन और दिमाग से सोचना होगा। बिना किसी के बहकावे में आए वैक्सीन की दोनों खुराक लें और कोरोना से बचाव संबंधी दिशा निर्देशों का भी पालन करें।