Prayagraj Magh Mela 2021: पौष पूर्णिमा से कल्पवास शुरू होगा, माघ मेला क्षेत्र में कल्पवासियों के आने का सिलसिला हुआ तेज
Prayagraj Magh Mela 2021 पौष पूर्णिमा से माघ मेला में एक माह का कल्पवास शुरू हो जाएगा। एक दो दिनों में मेला क्षेत्र कल्पवासियों से भर जाएगा। प्रशासन ने सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए हैं। साथ ही रूट भी डायवर्ट कर दिया गया है।
प्रयागराज, जेएनएन। प्रयागराज का माघ मेला यानी गंगा, यमुना और अदृश्य सरस्वती के संगम तट पर आस्था। जी हां, संगम तट पर यूं तो माघ मेला मकर संक्रांति स्नान पर्व 14 जनवरी से ही शुरू हो चुका है। हालांकि मेले में चहल-पहल अब बढ़ेगी। माघ मेला में कल्पवास की शुरूआत पौष पूर्णिमा होगी। पौष पूर्णिमा 28 जनवरी को है।
पौष पूर्णिमा से एक माह का संगम की रेती पर कल्पवास शुरू हो जाएगा। इसके लिए कल्पवासियों के आने का सिलसिला तेज हो गया है। अगले एक, दो दिनों में मेला क्षेत्र कल्पवासियों से भर जाएगा। उस हिसाब से प्रशासन ने तैयारी तेज कर दी है। सुरक्षा के कड़े प्रबंध कर दिए गए हैं। साथ ही रूट भी डायवर्ट कर दिया गया है।
28 फरवरी को है पौष पूर्णिमा का स्नान पर्व
माघ मेला की शुरुआत 14 जनवरी को पहले स्नान पर्व के साथ हुई। हालांकि उस स्नान पर्व पर कल्पवासी बहुत कम आए थे, क्योंकि कल्पवास पौष पूर्णिमा से होना था। पौष पूर्णिमा इस बार 28 जनवरी को है। हर बार यह तिथि मकर संक्रांति के आसपास ही होती थी। इस इस दोनों स्नान पर्व के बीच पुरुषोत्तम मास के चलते एक पखवाड़े से अधिक का अंतर हैै। इसलिए मकर संक्रांति पर स्नान करने वालों की भीड़ भी कम थी। अब पौष पूर्णिमा नजदीक है तो कल्पवासियों के आने का सिलसिला तेज हो गया है। गांव-गांव के लोग ट्रैक्टर से आने लगे हैं। कल्पवासियों के बसने के लिए मेला क्षेत्र में उनके टेंट लगा दिए गए हैं।
कल्पवासियों के लिए कोरोना जांच आवश्यक
प्रयागवाल सभा ने भी मेला क्षेत्र में अपने टेंट लगा दिए हैं। सबसे अधिक कल्पवासी प्रयागवाल सभा के टेंटों में रुकते हैं। तीर्थ पुरोहितों ने सभी कल्पवासियों को कोरोना की जांच करवाकर आने को कहा है। बिना कोरोना जांच कराए आने वालों को मेला क्षेत्र में प्रवेश से रोक दिया जाएगा।
बोले, मेला अधिकारी
मेला अधिकारी विवेक चतुर्वेदी ने बताया कि कल्पवासी पौष पूर्णिमा से पहले आ जाएंगे। उनके बसने की व्यवस्था हो चुकी है। अधिकतर कल्पवासी आ भी चुके है।