Prayagraj Lockdown News: आठ दिनों से सब्जी की थोक मंडी में रौनक नहीं, किसान और व्यापारी मायूस
कोरोना वायरस लॉकडाउन की वजह से पुलिस की सख्त चौकसी और जगह-जगह पहरा होने के कारण फुटकर दुकानदार एवं ग्राहक मंडी तक पहुंच नहीं पा रहे हैं। इससे सब्जियों की बिक्री नहीं हो पा रही है। लिहाजा सब्जियों के रेट भी पहले से काफी गिर गया है।
प्रयागराज, जेएनएन। चैत्र नवरात्र के शुरू होने के साथ ही सब्जियों की बिकवाली के मामले में प्रयागराज की थोक फल व सब्जी की मुंडेरा मंडी की हालत खराब होने लगी थी। वहीं कोरोना वायरस संक्रमण के कारण लॉकडाउन यानी कोरोना कर्फ्यू ने तो पिछले आठ दिनों से मंडी को एकदम बेनूर कर दिया है। मंडी तक फुटकर दुकानदारों और ग्राहकों के न पहुंच पाने के कारण सब्जियों और फलों की बिक्री न के बराबर हो रही है। सब्जियों और फलों की बिक्री न होने से उनके माल भाड़ा भी नहीं निकल पा रहे हैं। इससे किसानों और व्यापारियों (आढ़तियों) में जबर्दस्त मायूसी है।
पिछले शुक्रवार की रात आठ बजे से कोरोना कर्फ्यू लगा है। इस बीच दो बार कोरोना कर्फ्यू यानी लॉकडाउन को प्रदेश सरकार द्वारा बढ़ाया भी गया। इसकी वजह से पुलिस की सख्त चौकसी और जगह-जगह पहरा होने के कारण फुटकर दुकानदार एवं ग्राहक मंडी तक पहुंच नहीं पा रहे हैं। इससे सब्जियों की बिक्री नहीं हो पा रही है। लिहाजा, सब्जियों के रेट भी पहले से काफी गिर गया है।
सब्जियों का यह है रेट
आलू 10 से 15 रुपये, प्याज 15 से 20 रुपये, टमाटर 10 से 15 रुपये, हरी मिर्च 15 से 20 रुपये, लहसुन 45 से 50 रुपये, अदरक 35 से 40 रुपये, नींबू 40 से 50 रुपये और खीरा 10 से 15 रुपये किलो है। जबकि भिंडी और करैला तीन से चार रुपये, नेनुआ 10 रुपये किलो है। वहीं लौकी चार रुपये प्रति पीस में बिक रही है। कद्दू चार-पांच रुपये, लोबिया 20 रुपये, परवल 15-20 रुपये और गाजर आठ से 10 रुपये किलो है।
मंडी के जल्द सुधार के आसार दिखाई नहीं दे रहे
वहीं, थोक मंडी से सब्जियां न आ पाने के कारण फुटकर रेट काफी बढ़ गया है। मुंडेरा सब्जी एवं फल व्यापार मंडल के अध्यक्ष सतीश कुशवाहा का कहना है कि लॉकडाउन से मंडी एकदम बेदम हो गई है। किसान रोकर जाने को मजबूर हैं। मंडी के जल्द सुधार के आसार दिखाई नहीं दे रहे हैं।