Prayagraj Coronavirus Vaccination : महिलाओं की भागीदारी ने टीकाकरण अभियान को दी ताकत

Prayagraj Coronavirus Vaccination महिलाओं का उत्साह दो चार दिनों पहले से नहीं बल्कि 16 जनवरी को टीके की हुई शुरुआत से ही रहा है। बुजुर्ग महिलाएं लाठी टेकते हुए व्हील चेयर पर और स्वजन के हाथ का सहारा लेकर भी पहुंची थीं।

By Rajneesh MishraEdited By: Publish:Sat, 15 May 2021 10:10 AM (IST) Updated:Sat, 15 May 2021 10:10 AM (IST)
Prayagraj  Coronavirus Vaccination : महिलाओं की भागीदारी ने टीकाकरण अभियान को दी ताकत
टीकाकरण से छिड़े अभियान में महिलाओं की भागीदारी ने इस महाआयोजन की रंगत ही बदल दी है।

प्रयागराज,जेएनएन। कोविड-19 के खिलाफ टीकाकरण से छिड़े अभियान में महिलाओं की भागीदारी ने इस महाआयोजन की रंगत ही बदल दी है। नगर व ग्रामीण क्षेत्र के सभी केंद्रों पर 18 साल की हो चुकी लाभार्थी युवतियों की लंबी कतारें हैं तो ऐसी महिलाएं भी अपने स्वजन के साथ पहुंच रही हैं जिन्हें दो पग चलने के लिए दो लोगों का सहारा चाहिए। टीके के पीछे इनकी मंशा बड़ी साफ भी है। कहती हैं कि टीका हमारी सुरक्षा के लिए ही है तो इसे लगवाने में सोचने समझने के लिए कुछ रह नहीं गया है।

टीकाकरण में महिलाओं का उत्साह दो चार दिनों पहले से नहीं बल्कि 16 जनवरी को टीके की हुई शुरुआत से ही रहा है। बुजुर्ग महिलाएं लाठी टेकते हुए, व्हील चेयर पर और स्वजन के हाथ का सहारा लेकर भी पहुंची थीं। लेकिन अब भागीदारी इसलिए और मजबूत हो चुकी है क्योंकि इसमेें एक मई से युवतियां भी शामिल हुई हैं। बल्कि युवतियों में युवकों की अपेक्षा टीके को लेकर ज्यादा उतावलापन है। शुक्रवार को सभी कुल 7648 लोगों को टीके लगाए गए। इसमें 5384 को पहली और 2264 को दूसरी डोज लगी। जबकि इनमें 18 से 44 साल के वर्ग में 4800 के लक्ष्य के सापेक्ष 3840 यानी 80 फीसद लाभार्थियों ने टीका लगवाया। कई जगह लाभार्थियों के न पहुंचने से वैक्सीन बर्बाद भी हुई। इसमें सबसे ज्यादा बर्बादी सीएचसी हंडिया में 5.77 फीसद, उससे कम सीएचसी मांडा में 4.65 फीसद, फिर सीएचसी रामनगर में 3.09 फीसद वैक्सीन खराब हुई। सौ फीसद टीके युवाओं के लिए निर्धारित 20 केंद्रों में कहीं भी नहीं हो सके।

टीकाकरण के प्रभारी और एसीएमओ डा. तीरथलाल ने बताया कि पहली डोज के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन की अनिवार्यता के बावजूद लाभार्थी उत्साह में हैं। शहर ही नहीं, गंगापार और यमुनापार में बनाए गए केंद्रों में भी महिलाएं व पुरुष अपने क्रम से पहुंच रहे हैं। 

बोली महिलाएं

इस देश में जितने भी अभियान सफल हुए उसमें महिलाओं की भूमिका और भागीदारी महत्वपूर्ण रही। टीकाकरण भी राष्ट्रीय अभियान है, महिलाएं इसमें बढ़ चढ़कर हिस्सा ले रही हैं।

सुती मेहरोत्रा, मीरापुर

मास्क से फौरी तौर पर कोरोना से सुरक्षा हो रही है। टीका जीवन भर इस वायरस से सुरक्षित रखेगा। इसे सभी को लगवाना चाहिए। मैं भी इसीलिए टीका लगवाने आई हूं।

इशिका जैन, अल्लापुर

टीका कोरोना से हमारी सुरक्षा करेगा इसका पूरा भरोसा है। ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करते रहे, काफी मुश्किल से नंबर आया। टीका लगने पर कोरोना हो भी जाए तो जान बची रहेगी, यही पता है।

दीपशिखा जायसवाल, कटघर

अब तक सुना है कि जिसने भी टीका लगवाया कोरोना संक्रमित होने के बावजूद वह जल्दी ठीक हो गया। टीके की विश्वसनीयता पर कोई शक नहीं है। इसे सभी को लगवाना चाहिए।

भूमिका तुषार, कटरा

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