Prayagraj Coronavirus News : संक्रमण की आफत के बाद अब खुला राहत का रोशनदान, अस्‍पतालों में नहीं बेड की समस्‍या

Prayagraj Coronavirus News कोरोना का पीक टाइम बीतने के बाद आई इस स्थिति ने अब सरकारी और निजी कोविड अस्पतालों में राहत का रोशनदान खोल दिया है। डाक्टरों की मानें तो संक्रमितों में कोरोना संक्रमण की गंभीरता भी पहले की अपेक्षा कम मिल रही है।

By Rajneesh MishraEdited By: Publish:Thu, 13 May 2021 06:50 AM (IST) Updated:Thu, 13 May 2021 05:37 PM (IST)
Prayagraj Coronavirus News : संक्रमण की आफत के बाद अब खुला राहत का रोशनदान, अस्‍पतालों में नहीं बेड की समस्‍या
डाक्टरों की मानें तो संक्रमितों में कोरोना संक्रमण की गंभीरता भी पहले की अपेक्षा कम मिल रही है।

प्रयागराज,जेएनएन। कोरोना की दूसरी लहर का कहर अब ढलान पर है। तेजी से लुढ़कता संक्रमण का खौफ पिछले माह की अपेक्षा 90 फीसद तक गायब है। मुस्कुराइये कि चिताओं से बढ़ता आग का दरिया भी अब काफी हद तक घट चुका है और घरों से लेकर अस्पतालों तक कहीं अफरा तफरी भी नहीं। कोरोना का 'पीक टाइम' बीतने के बाद आई इस स्थिति ने अब सरकारी और निजी कोविड अस्पतालों में राहत का रोशनदान खोल दिया है। डाक्टरों की मानें तो संक्रमितों में कोरोना संक्रमण की गंभीरता भी पहले की अपेक्षा कम मिल रही है।

ऐसे गिरा संक्रमण का ग्राफ

एक मई - संक्रमित 1145- मौत 23

दो मई - संक्रमित 984- मौत 21

तीन मई-संक्रमित 863-  मौत 12

चार मई -संक्रमित 683- मौत 07

पांच मई -संक्रमित 596- मौत 07

छह मई - संक्रमित 645-मौत 08

सात मई-संक्रमित 456-मौत 08

आठ मई- संक्रमित 421-मौत 09

नौ मई- संक्रमित 236- मौत 06

10 मई- संक्रमित 286- मौत 06

11 मई- संक्रमित 202- मौत 06

अस्पतालों में बेड है और आक्सीजन भी

कोरोना संक्रमित या गैर संक्रमित लोगों के आक्सीजन लेवेल को लेकर पिछले माह जिस तरह की स्थितियां रहीं उसकी अपेक्षा अब काफी राहत है। सरकारी और निजी मिलाकर 18 कोविड अस्पतालों में बेड पर्याप्त खाली हैं। जिन निजी अस्पतालों में बेड के लिए सीधे इन्कार किया जा रहा था वहां अब आइसीयू, एचडीयू और आक्सीजन सप्लाई युक्त बेड खाली होने की जानकारी तक एनआइसी के पोर्टल पर उपलब्ध है। इतना ही नहीं, बेड की जानकारी हर एक घंटे पर अपडेट भी हो रही है।

संक्रमित और स्वस्थ होने वालों में चार गुना अंतर

कोरोना के संक्रमण की रफ्तार थमने के साथ ही स्वस्थ होने वालों का आंकड़ा तेजी से बढ़ा है। राहत की बात है कि अब प्रत्येक दिन नए संक्रमित 200 के आसपास मिल रहे हैं तो स्वस्थ होने वालों का आंकड़ा 800 से ज्यादा है।

खाली रह गया 500 बेड का आइसोलेशन वार्ड

कालिंदीपुरम में लेवेल वन श्रेणी का 500 बेड का आइसोलेशन सेंटर स्वास्थ्य विभाग ने अप्रैल की शुरुआत में ही बना दिया था। इसमें आक्सीजन सप्लाई युक्त दो दर्जन बेड ही रहे। लेकिन अधिकांश लोगों को आक्सीजन की ही समस्या होने के चलते अप्रैल माह में इस आइसोलेशन वार्ड में कोई भर्ती नहीं हुआ।

कुछ अस्पताल हो सकते हैं कोविड श्रेणी से बाहर

स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की मानें तो संक्रमण की रफ्तार कम होने पर अब कुछ निजी कोविड अस्पतालों को कोविड श्रेणी से बाहर किया जा सकता है। पहली बार में चार से पांच अस्पतालों पर विचार विमर्श हो रहा है। हालांकि इस पर अभी मोहर नहीं लग सकी है।

नियमों का पालन करने से जीतेंगे जंग

कोविड-19 के नोडल अफसर डा. ऋषि सहाय का कहना है कि कोविड संक्रमण से राहत जरूर मिली है लेकिन खतरा बरकरार है। अचानक आई आपदा के चलते अस्पतालों की व्यवस्था में लोगों को कुछ खामियां दिखीं, अब वह खामियां भी दूर हो चुकी हैं। लोगों को मास्क और शारीरिक दूरी का पालन करते हुए कोरोना संक्रमण से बचाव करते रहना है, उम्मीद है कि 20 मई तक कोरोना से जंग काफी हद तक जीत ली जाएगी। यह भी कहा कि अस्पतालों में अब संक्रमितों की गंभीर हालत कम ही देखने को मिल रही है।

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