Prayagraj Weather Update: जनपद में कड़ाके की ठंड का साम्राज्‍य कायम, अगले कुछ दिनों में बारिश के हैं आसार

Prayagraj Weather Update मौसम विभाग के अनुसार ठंड के साथ शीतलहर का का क्रम जारी रहेगा। आगामी तीन दिन के भीतर बारिश के आसार हैं। दो दिनों तक कोहरे की सघनता में कमी देखने को मिलेगी। वहीं ठंडी हवाओं ने जनपद में गलन बढ़ी ठंड को बढ़ा दिया है।

By Brijesh Kumar SrivastavaEdited By: Publish:Sun, 24 Jan 2021 12:59 PM (IST) Updated:Sun, 24 Jan 2021 12:59 PM (IST)
Prayagraj Weather Update: जनपद में कड़ाके की ठंड का साम्राज्‍य कायम, अगले कुछ दिनों में बारिश के हैं आसार
प्रयागराज में अगले कुछ दिनों में बारिश की भी संभावना है।

प्रयागराज, जेएनएन। प्रयागराज का मौसम लोगों को परेशान कर रहा है। मौसम के मिजाज में दिन प्रतिदिन कुछ नया देखने को मिल रहा है। आगामी कुछ दिनों में बारिश की संभावना है। उम्मीद है कि न्यूनतम पारे में भी अधिकता दर्ज की जाएगी। फिलहाल इन दिनों कड़ाके की ठंड और घने कोहरे का असर है। हां दोपहर में धूप के कारण ठंड में थोड़ी कमी भी रहती है। 

ठंडी हवाओं ने जनपद में गलन बढ़ी ठंड को बढ़ा दिया है। हालांकि बीते दिनों की अपेक्षा सुबह कोहरे तो छा रहा है लेकिन उसकी सघनता कम है। सूर्य की किरणों के कारण रविवार को भी कोहरा जल्‍दी हट गया। मौसम विभाग के अनुसार ठंड के साथ शीतलहर का का क्रम जारी रहेगा। आगामी तीन दिन के भीतर बारिश के आसार हैं। दो दिनों तक कोहरे की सघनता में कमी देखने को मिलेगी। 

आज न्‍यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस रहेगा

शनिवार को न्यूनतम तापमान 9.3 डिग्री सेल्सियस रहा, जबकि अधिकतम 22.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। अधिकतम आर्द्रता 97 और न्यूनतम 74 मापी गई। रविवार को न्यूनतम तापमान 10 डिग्री तक रहने के आसार हैं। उत्तर प्रदेश के कई जिलों में आगामी दिनों में कुछ स्थानों पर गरज के साथ हल्की वर्षा होने या ओलावृष्टि होने की आशंका है। 

आइए जानें कि क्‍या कहते हैं मौसम विज्ञानी

समुद्र विज्ञानी व पर्यावरण के जानकार प्रो. शैलेंद्र रॉय ने बताया कि सप्ताह के अंत में बारिश होने की प्रबल संभावना है। पछुआ हवाओं के कारण रात में गलन और सुबह कोहरा देखने को मिलेगा। पहाड़ों पर हुई दोबारा बर्फबारी का असर कुछ दिनों तक छाया रहेगा। 

बदलते मौसम में किसान फसलों की करें निगरानी

कोहरा, शीतलहर और धूप की तीव्रता कम होने के कारण कुछ फसलों में कीटों के लगने की आशंका बनी हुई है। कृषि वैज्ञानिकों का कहना है कि बदलते मौसम में किसान फसलों पर निगरानी रखें और आवश्यकता पड़ने पर उचित उपचार भी करें। वहीं चिकित्‍सकों की सलाह है कि घर में हो या बाहर, सफर कर रहे हों या फिर बच्चों और बुजुर्गों के स्‍वास्‍थ्‍य का खास ख्‍याल रखें।

chat bot
आपका साथी