मोबाइल एप से मिलेगी पोस्टमैन को राहत, अब डाक वितरण करने के बाद ब्योरा देने नहीं जाना होगा डाकघर
विभाग से सभी पोस्टमैन को एक मोबाइल मुहैया कराया गया है। उसमें एप भी अपलोड किया गया है। अब डाक वितरण करने के बाद संबंधित का नाम पता किस तिथि में डाक रिसीव किया आदि सबमिट किया जाएगा। ब्योरा फीड होते ही जानकारी विभाग के अफसरों को मिल जाएगी।
प्रतापगढ़, जागरण संवाददाता। डाक विभाग में तैनात पोस्टमैन के लिए एक राहत भरी खबर है। अब उनको डाक वितरण करने के बाद प्रधान डाकघर व उप डाकघर नहीं जाना पड़ेगा। अभी तक डाक वितरण करने के बाद उसका पूरा ब्योरा देने के लिए विभाग में जाना पड़ता था, लेकिन अब इससे मुक्ति मिल गई है। एक ओर जहां इससे पोस्टमैन के समय की बचत होगी, वहीं दूसरी ओर पूरा ब्योरा सुरक्षित रहेगा। ऐसा संभव हुआ है मोबाइल एप के जरिए जिससे कर्मचारियों को राहत मिली है।
समय की होगी बचत, एप में सुरक्षित रहेगा ब्योरा भी
जिले में प्रधान डाकघर के साथ 44 उप डाकघर हैं। इसके अलावा 300 से अधिक शाखा डाकघर भी हैं। डाक विभाग में आने वाली डाक का वितरण विभाग में तैनात 44 पोस्टमैन के माध्यम से होता है। विभाग की ओर से सभी पोस्टमैन को एक मोबाइल मुहैया कराया गया है। उसमें एप भी अपलोड किया गया है। अब डाक वितरण करने के बाद संबंधित का नाम, पता, किस तिथि में डाक रिसीव किया आदि सबमिट किया जाएगा। पूरा ब्योरा फीड होते ही इसकी जानकारी विभाग के अफसरों को मिल जाएगी। पहले यह व्यवस्था थी कि सभी डाक के वितरण करने के सप्ताह भर बाद पोस्टमैन विभाग में जाते थे। पूरा ब्योरा संबंधित पटल प्रभारी को देते थे। हालांकि अब ऐसा नहीं होगा। प्रधान डाकघर के सीनियर पोस्ट मास्टर विकास मिश्र ने बताया कि सभी पोस्टमैन को मोबाइल दिया गया है। उसमें एप अपलोड है। डाक के वितरण करने के बाद उसका विवरण एप में भरना होगा। इससे यह पता चल जाएगा कि ग्राहकों को उनक डाक मिल गया है। साथ ही ब्योरा भी सुरक्षित रहेगा।
तनाव होगा खत्म
पोस्टमैन पर तमाम जिम्मेदारी होती है। एक ओर जहां वह डाक लाने के लिए प्रधान डाकघर व उप डाकघरों में आना जाना होता है, वहीं अधिक डाक होने से इसके गुम होने आदि का भी डर बना रहता है। पोस्टमैन मोबाइल एप इन कर्मियों को राहत देगा। इससे कर्मियों का काफी तनाव भी खत्म हो जाएगा।
ब्योरा रहेंगे सुरक्षित
अक्सर देखने को मिलता है कि कर्मी की लापरवाही से ग्राहक को डाक नहीं मिल पाता। कई शिकायतें भी इस तरह की आ चुकी हैं। हालांकि, अब एप में सबकुछ सुरक्षित रहेगा। अगर कभी ग्राहक डाक न मिलने का गलत आरोप लगाएंगे तो डाटा से पकड़ में आएगा।