गजब! खुद को बताया मुंबई पुलिस और अभियुक्त को आइएसआइ का एजेंट, मामला साइबर क्राइम का था

गिरफ्तारी का विरोध करते हुए हंगामे की कोशिश की तो पुलिसकर्मियों ने खुद को मुंबई पुलिस का दारोगा व सिपाही बताया। इतना ही नहीं पकड़े गए शातिर को पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आइएसआइ का एजेंट बता दिया। यह भी कहा कि आरोपित फर्जी वीजा व पासपोर्ट बनवाता है।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Publish:Sun, 20 Jun 2021 08:00 AM (IST) Updated:Sun, 20 Jun 2021 08:00 AM (IST)
गजब! खुद को बताया मुंबई पुलिस और अभियुक्त को आइएसआइ का एजेंट, मामला साइबर क्राइम का था
सवाल है कि पुलिस की टीम को अपनी पहचान बनानी चाहिए, जिससे दूसरों के नाम का सहारा न लेड़ा पड़े।

प्रयागराज, जेएनएन। स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) का नाम लेकर अक्सर छापेमारी करने वाली प्रयागराज पुलिस की एसओजी, सर्विलांस, क्राइम ब्रांच, साइबर व नारकोटिक्स टीम फिर सुर्खियों में है। इस बार प्रतापगढ़ में ऐसा शिगूफा छोड़ा कि न केवल ग्रामीण बल्कि पुलिस अधिकारी भी हतप्रभ रह गए। साइबर शातिर के घर दबिश देकर उसे पकडऩे के बाद पुलिस टीम जब लौटने लगी तो ग्रामीणों ने घेर लिया। 

ग्रामीणों ने घेरा तो प्रयागराज पुलिस ने यह कहा

गिरफ्तारी का विरोध करते हुए हंगामे की कोशिश की तो पुलिसकर्मियों ने खुद को मुंबई पुलिस का दारोगा व सिपाही बताया। इतना ही नहीं पकड़े गए शातिर को पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आइएसआइ का एजेंट बता दिया। यह भी कहा कि आरोपित फर्जी वीजा व पासपोर्ट बनवाता है। लोगों को पाकिस्तान समेत दूसरे देश भेजने में मदद करता है। 

साइबर क्राइम के मामले में युवकों को पुलिस ने पकड़ा था

ग्रामीणों को जब यह पता चला तो वे बैकफुट पर आ गए, लेकिन पुलिसकर्मियों की इस कारस्तानी के चलते आइजी से लेकर कई पुलिस अधिकारी घंटों परेशान हुए। पूछताछ और छानबीन में सच सामने आया कि मामला साइबर क्राइम से जुड़ा है और उसी के आरोप में युवकों को दबोचा गया है। हालांकि पुलिसकर्मियों के इस तरीके से विभाग की किरकिरी जरूर हो रही है। 

पुलिस की छवि का भी ध्‍यान रखा जाना चाहिए

आमतौर पर अपराधी खुद को क्राइम ब्रांच अथवा पुलिस वाला बताकर लूट, टप्पेबाजी करते थे। कुछ दिन पहले स्कूल प्रबंधक को कार में अगवा करने वालों ने भी खुद को क्राइम ब्रांच का बताया था। ऐसे में बड़ा सवाल यह है कि काम करने के लिए तरीका चाहे जो अपनाया जाए, लेकिन पुलिस की छवि को भी ध्यान में रखा जाना चाहिए। साथ ही पुलिस की टीम को अपनी पहचान बनानी चाहिए, जिससे दूसरों के नाम का सहारा न लेड़ा पड़े। कुछ अधिकारियों का ऐसा मानना है। 

एसपी क्राइम बोले- प्रतापगढ़ से दो युवकों को पकड़ा गया

एसपी क्राइम आशुतोष मिश्रा का कहना है कि फूलपुर व प्रतापगढ़ से दो युवकों को पकड़ा गया है। प्रतापगढ़ वाले शख्स का एक भाई मुंबई भाग गया है। उसकी और गैंग से जुड़े दूसरे सदस्यों की तलाश चल रही है।

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