फर्जी नियुक्ति के मामले में डायट समेत कई स्कूल के शिक्षक भी फंसे Prayagraj News

सहायक अध्यापक भर्ती परीक्षा 2018 में 49 शिक्षकों की गलत नियुक्ति और गलत मूल्यांकन करने के आरोप में 38 शिक्षक प्रवक्ता सहित 87 लोगों के खिलाफ कर्नलगंज थाने में रिपोर्ट दर्ज है।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Publish:Wed, 11 Dec 2019 02:36 PM (IST) Updated:Wed, 11 Dec 2019 02:36 PM (IST)
फर्जी नियुक्ति के मामले में डायट समेत कई स्कूल के शिक्षक भी फंसे Prayagraj News
फर्जी नियुक्ति के मामले में डायट समेत कई स्कूल के शिक्षक भी फंसे Prayagraj News

प्रयागराज,जेएनएन । सहायक अध्यापक के पद पर फर्जी नियुक्ति के मामले में जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (डायट) सहित कई स्कूल के शिक्षक, शिक्षिकाएं भी फंस गई हैं। इन सभी पर टेबुलेशन चार्ट में गलत नंबर अंकित करने का आरोप है। फिलहाल मामले की जांच कर्नलगंज पुलिस ने शुरू कर दी है। जल्द ही नियुक्ति से संबंधित रिकार्ड खंगाले जाएंगे।

कर्नलगंज थाने में 87 के खिलाफ दर्ज है मुकदमा

सहायक अध्यापक भर्ती परीक्षा 2018 में 49 शिक्षकों की गलत नियुक्ति होने और गलत मूल्यांकन करने के आरोप में 38 शिक्षक, प्रवक्ता सहित 87 लोगों के खिलाफ कर्नलगंज थाने में रिपोर्ट दर्ज हुई है। एफआइआर में जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान प्रयागराज की प्रवक्ता डॉ. प्रतिभा सरोज, डॉ. अमिता जायसवाल, रेखाराम, आंग्ल भाषा शिक्षण संस्थान की प्रवक्ता वंदना सिंह, रेशू सिंह, राज्य शिक्षा संस्थान की शोध प्राध्यापिका मंजुलेश विश्वकर्मा, अशोक कुमार, रिटायर्ड शोध प्राध्यापक राज सिंह, अंशिका यादव, वंदना मिश्रा नामजद हैं। इसी तरह राज्य विज्ञान शिक्षा संस्थान की प्रवक्ता डॉ. सरिता, पत्राचार शिक्षा संस्थान की प्रवक्ता रीता यादव, राजकीय बालिका इंटर कॉलेज की प्रवक्ता सुनीता व पूजा सिंह, मंजुल मिश्रा, शशिप्रभा, उर्वशी, लता सरोज, अनीता उत्तम, वंदना, सारिका सिंह, प्रियंका और राजकीय इंटर कॉलेज के प्रवक्ता कामता प्रसाद सरोज, महेंद्र कुमार, लाल चंद्र पटेल, राम बरन, माया तिवारी, संतोष पांडेय को आरोपित बनाया गया है। इसके अलावा आइएएसई की अनुदेशक स्मिता सिंह, सीटीई के निदेशक अनिल यादव व पवन श्रीवास्तव, माध्यमिक शिक्षा परिषद की प्रवक्ता बिंदु यादव व कुछ अन्य संस्थान की शिक्षिका प्रेमलता, दीपाली दिव्यम और श्रद्धा मिश्रा के खिलाफ भी मुकदमा हुआ है। मूल्यांकन करने वालों के अलावा फर्जी ढंग से नियुक्ति पाने वाले 49 बर्खास्त शिक्षकों पर भी एफआइआर हुई।

पुलिस ने शुरू की जांच

फिलहाल इंस्पेक्टर कर्नलगंज अरुण त्यागी का कहना है कि फर्जी नियुक्ति पाने वालों के नाम तहरीर में नहीं अंकित थे, अब विवेचना में उन सभी के बारे में जानकारी की जाएगी। टेबुलेशन चार्ट सहित दूसरे दस्तावेजों की भी जांच की जाएगी। सोमवार रात परीक्षा नियामक प्राधिकारी के रजिस्ट्रार राजशेखर की तहरीर पर कर्नलगंज थाने में सभी के विरुद्ध धोखाधड़ी, कूटरचना के आरोप में रिपोर्ट दर्ज हुई थी।

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