पुलिस पर भारी पड़ सकता है प्रयागराज में व्यवसायी के गायब होने का मामला, तलाश में बरती जा रही लापरवाही
अभी तक धूमनगंज पुलिस ने कुछ भी ऐसा नहीं किया जिससे यह पता चल सके कि वह व्यवसायी की तलाश में लगी है। कीडगंज पुलिस ही मामले की छानबीन कर रही है लेकिन धूमनगंज पुलिस का सहयोग न मिल पाने की वजह से वह भी ढीली पड़ती जा रही है।
प्रयागराज, जेएनएन। धूमनगंज थाना क्षेत्र के पीपल गांव के रहने वाले व्यवसायी दिनेश कुशवाहा के गायब होने के जिस मामले को पुलिस हल्के में ले रही है, कहीं वह उस पर भारी न पड़ जाए। क्योंकि कीडगंज पुलिस के अलावा और कोई भी टीम व्यवसायी का पता लगाने की कोशिश नहीं कर रही है। जिस थाना क्षेत्र का व्यवसायी रहने वाला है, उस थाने की पुलिस तो गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कर खामोशी की चादर ओढ़कर सो गई है।
अभी तक धूमनगंज पुलिस ने कुछ भी ऐसा नहीं किया, जिससे यह पता चल सके कि वह व्यवसायी की तलाश में लगी है। वहीं, कीडगंज पुलिस ही मामले की छानबीन कर रही है, लेकिन धूमनगंज पुलिस का सहयोग न मिल पाने की वजह से वह भी ढीली पड़ती जा रही है।
दस दिन में गायब हुआ है दूसरा व्यवसायी
दस दिन पहले मेजा के सिरसा निवासी कपड़ा व्यवसाई भी गायब हो गए थे। उनकी साइकिल भी रास्ते में मिली थी। पुलिस को स्वजनों ने उसी दिन सूचना दे दी थी, लेकिन मामले को हल्के में ही लिया गया। नतीजा भी दूसरे दिन सामने आ गया। विजय कुमार केशरी की हत्या कर लाश फेंक दी गई थी। इसके बाद मृतक के स्वजनों के साथ ही व्यवसायी ने पुलिस के प्रति आक्रोश जताते हुए रास्ताजाम कर दिया था। अफसरों को आक्रोशित लोगों को समझाने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ी थी। ऐसे में दिन दिन के भीतर ही एक और व्यवसायी का गायब होना और पुलिस का उसे हल्के में लेना उचित नहीं है।
पति-पत्नी के मोबाइल की कॉल डिटेल ही खंगाला जा रहा
व्यवसायी गायब हुआ। उसका मोबाइल घर पर ही मिला। कीडगंज पुलिस ने उसकी बाइक नए यमुना पुल के पास से बरामद की। व्यवसायी यहां तक कैसे पहुंचा शायद पुलिस के लिए इतना जरूरी नहीं था, जितना उसका घर पर छूटा मोबाइल लेकर उसकी जांच करना जरूरी था। साथ ही उसकी पत्नी का भी मोबाइल ले लिया गया। अब दोनों की कॉल डिटेल चेक की जा रही है। पुलिस को लग रहा है कि इससे कोई अहम सुराग हाथ लगेगा, जबकि जरूरी है व्यवसायी की तलाश करना। फिलहाल पुलिस अपनी थ्योरी पर काम कर रही है और हो सकता है कि उसे सफलता भी मिले।