महामारी के साथ पुलिस की मार, प्रयागराज में फल विक्रेता पर ज्यादती, दरोगा ने सिर फोड़ा, सीओ को जांच
कई जगह से शिकायत है कि पुलिस ने जबरन ठेले हटवाए और दुकानें बंद कराकर लाठी भांजी। एक मामला धूमनगंज थाने की पुलिस का भी है जिसमें आरोप है कि सुलेमसराय में पुलिस ने ठेले पर फल बेच रहे युवक को लाठी से पीटा। वह जख्मी हो गया।
प्रयागराज, जेएनएन। केवल बीमार कर ही जान नहीं ले रहा है कोरोना वायरस, लोगों को आथिर्क रूप से भी तोड़ रहा है। खासतौर पर कमजोर तबके के लोगों और रोज कमाने-खाने वालों की तो कमर टूट रही है। कोरोना कर्फ्यू में लोग लापरवाही कर रहे हैं तो कहीं-कहीं पुलिस भी ज्यादती करती दिख रही है। कई जगह से शिकायत अफसरों तक पहुंची है कि पुलिस ने जबरन ठेले हटवाए और दुकानें बंद कराकर लाठी भांजी। ऐसा ही एक मामला धूमनगंज थाने की पुलिस का भी आया है जिसमें आरोप है कि सुलेमसराय में पुलिस ने ठेले पर फल बेच रहे युवक को इस कदर लाठी से पीटा कि वह जख्मी हो गया। आरोप है कि पुलिसवाले जबरन तराजू भी उठा ले गए और फल भी ठेले से गिरा दिए। शिकायत पर सीओ द्वितीय को इस केस की जांच सौंपी गई है। पुलिस की इस हरकत की इंटरनेट मीडिया पर जबरदस्त आलोचना की जा रही है।
पीटा, खून बहाया और तराजू उठा ले गए पुलिसवाले
धूमनगंज में मधु वाचस्पति कॉलेज की तरफ जाने वाली सड़क के पहले जीटी रोड पर पप्पू कुमार ठेले पर बेचता है। दो दिन पहले भी शाम के वक्त पप्पू ठेला लगाकर खड़ा था तभी आरोप है कि एक दरोगा और दो सिपाही आए और उसे डंडे से पीटने लगे। उसने कहा कि कोरोना कर्फ्यू में फल सब्जी बेचने पर तो रोक नहीं है और उसने एकदम किनारे ठेला लगाया है तब भी उस पर डंडे बरसाए गए। डंडे मारने से हाथ पर सूजन आ गई और सिर फटने से खून बहने लगा। पप्पू की मां आशा से भी बदसलूकी का आरोप है। आसपास मौजूद लोगों ने चीख रहे पप्पू को बचाने के लिए पुलिसवालों की हरकत का ऐतराज किया तो वे डंडे पटकते हुए चले गए। जाते वक्त पप्पू के ठेले से तराजू उठा ले गए और फल भी गिरा दिए। कुछ लोगों ने घायल पप्पू के बयान और सिर से बहते खून को दिखाते हुए वीडियो वाट्सएप और फेसबुक पर वायरल किया। पुलिस अफसरों को भी टवीटर पर टैग करते हुए ट्वीट किया। इसके बाद पुलिस अधिकारियों ने इसका संज्ञान लिया। एसएसपी के आदेश पर इस मामले की जांच सीओ द्वितीय को सौंपकर उनसे रिपोर्ट मांगी गई है।