इलाहाबाद में दिलीप की हत्या का मुख्य आरोपी विजय शंकर सिंह गिरफ्तार

एलएलबी छात्र दिलीप सरोज को बेरहमी से पीटकर मार डालने का आरोपी रेलवे में टीटीई विजय शंकर सिंह को कल सुलतनापुर से गिरफ्तार कर लिया गया है।

By Dharmendra PandeyEdited By: Publish:Thu, 15 Feb 2018 10:58 AM (IST) Updated:Thu, 15 Feb 2018 11:31 AM (IST)
इलाहाबाद में दिलीप की हत्या का मुख्य आरोपी विजय शंकर सिंह गिरफ्तार
इलाहाबाद में दिलीप की हत्या का मुख्य आरोपी विजय शंकर सिंह गिरफ्तार

इलाहाबाद (जेएनएन)। संगमनगरी इलाहाबाद में छह दिन पहले एलएलबी के छात्र दिलीप कुमार सरोज की हत्या के मुख्य आरोपी टीटीई विजय शंकर सिंह को कल गिरफ्तार कर लिया गया। विधानमंडल के बजट सत्र में विधानसभा के साथ ही विधान परिषद में इस हत्याकांड को लेकर विपक्षी दल प्रदेश सरकार पर हावी थे।

एलएलबी छात्र दिलीप सरोज को बेरहमी से पीटकर मार डालने का आरोपी रेलवे में टीटीई विजय शंकर सिंह को कल सुलतनापुर से गिरफ्तार कर लिया गया है। क्राइम ब्रांच की टीम ने कल उसे सुलतानपुर के बस अड्डे से दबोचा। इसके बाद इलाहाबाद लाकर उससे लंबी पूछताछ हुई। उसने स्वीकार किया कि बीयर के नशे में वह मरणासन्न दिलीप पर हमला करता रहा। उसकी निशानदेही पर पुलिस ने खून से सनी ईंट और लोहे का राड बरामद कर ली है।

मुख्य आरोपी विजय शंकर सिंह की गिरफ्तारी के बाद एसएसपी आकाश कुलहरि ने उसे मीडिया के सामने पेश किया। उन्होंने बताया कि विजय शंकर सिंह सुलतानपुर के कूड़ेभार थाना क्षेत्र के सेमरौना गांव के राधेश्याम सिंह का बेटा है। उसने इलाहाबाद के कर्नलगंज में जहरुल हसन रोड पर किराए का मकान ले रखा था। उस रात बीयर पीने के बाद वह दोस्तों के साथ रेस्टोरेंट में खाना खाने गया। वहां दिलीप और उसके साथियों से मारपीट हुई।

विजय शंकर का कहना है कि पहले दिलीप ने हमला किया था। एसएसपी के मुताबिक, घटना के बाद विजय अधिवक्ता तेज भान सिंह के साथ कर्नलगंज थाने गया था। वह बाहर बैठा था, जबकि वकील और अन्य आरोपी थाने के अंदर गए। वहां इंस्पेक्टर से कहासुनी के बाद सभी लौट गए। यहां से विजय सुलतानपुर भाग गया। फिर फैजाबाद में अपने बैंककर्मी मित्र अशोक के घर पनाह ली। पुलिस के पहुंचने से पहले वह मोबाइल छोड़ वहां से दिल्ली भागा। वापस सुलतानपुर आया तो गिरफ्तार कर लिया गया। मारपीट में आंख के पास उसे भी चोट लगी है। मामले में वेटर मुन्ना चौहान, रामदीन मौर्या और ज्ञान प्रकाश अवस्थी जेल जा चुके हैं।

गौरतलब है कि शुक्रवार की रात कारपेंट्री चौराहे पर रेस्टोरेंट में एलएलबी छात्र दिलीप सरोज और उसके साथियों के बीच टीटीई विजय शंकर से मारपीट हुई थी। बाद में विजय और उसके साथियों ने दिलीप को सड़क पर पीटा था। कोमा में पहुंचे दिलीप की मौत के बाद इलाहाबाद में बवाल शुरू हो गया था। एसएसपी के मुताबिक, सभी आरोपियों पर एसएनए लगाया जाएगा।

सरकार की कार्रवाई उचित

विनोद भाजपा अनुसूचित मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष सांसद विनोद सोनकर ने कहा कि छात्र दिलीप सरोज की हत्या के बाद सरकार ने उचित कार्रवाई की है। अपराधियों की गिरफ्तारी के साथ पीडि़तों को सुरक्षा एवं मुआवजा देने में तत्परता बरती गई है, जो सराहनीय प्रयास है। उन्होंने इस मामले को तूल देने वाले सपा, बसपा व कांग्रेस को आड़े हाथ लेते हुए कहाकि इनके शासनकाल में दलितों पर सबसे ज्यादा जुल्म हुए हैं। परंतु दलितों को न न्याय मिला न अधिकार। उन्होंने कहा कि दिलीप हत्याकांड में योगी सरकार ने जितनी तेज कार्रवाई की, उतनी अभी तक किसी के शासनकाल में नहीं किया गया।

सुलतनापुर में भी एक मामला

संत ज्ञानेश्वर हत्याकांड का आरोपी विजय शंकर सिंह नहीं है। एसएसपी आकाश कुलहरि ने प्रेस कांफ्रेंस में बताया कि इस विजय शंकर सिंह पर सुल्तानपुर में मारपीट का महज एक मामला दर्ज है।

होटल मालिक हिरासत में, फिर हुई पूछताछ

बवाल का सबब कलिका रेस्टोरेंट के मालिक अमित उपाध्याय को लेकर पुलिस अब तक फैसला नहीं कर सकी है। वीडियो फुटेज की जांच और गिरफ्तार आरोपियों के बयान दर्ज होने के बाद भी पुलिस अमित की गिरफ्तारी और रिहाई को लेकर कुछ नहीं कर सकी। कर्नलगंज थाने में उससे फिर लंबी पूछताछ हुई।

डीएम आवास पर हुए प्रदर्शन में छात्रों ने होटल मालिक अमित उपाध्याय को जेल भेजने की मांग की थी इसलिए पुलिस हर कदम फूंक फूंक कर रख रही है। पुलिस पर अमित को छोडऩे का भी दबाव बढ़ रहा है। विजय शंकर सिंह की गिरफ्तारी के बाद माना जा रहा था कि पुलिस कोई फैसला कर लेगी लेकिन ऐसा नहीं हो सका। अमित की रात कल थाने में गुजरी। इंस्पेक्टर अवधेश प्रताप का कहना है कि फुटेज को बारीकी से देखा जा रहा है।

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